त्बिलिसी, जॉर्जिया – जॉर्जिया के एक लोकप्रिय रेस्टोरेंट में एक दुखद घटना सामने आई है, जिसमें कार्बन मोनोऑक्साइड विषाक्तता के कारण 12 भारतीय नागरिकों की मौत हो गई। स्थानीय अधिकारियों ने पुष्टि की है कि यह घटना रेस्टोरेंट के बंद वातावरण में वेंटिलेशन की कमी और गैस लीक के चलते हुई।
घटना का विवरण:
सूत्रों के अनुसार, यह दुर्घटना त्बिलिसी शहर में स्थित एक स्थानीय रेस्टोरेंट में हुई, जहाँ भारतीय नागरिक एक निजी समारोह के लिए एकत्रित हुए थे। कार्यक्रम के दौरान, रेस्टोरेंट में मौजूद हीटर या अन्य उपकरणों से कार्बन मोनोऑक्साइड गैस का रिसाव हुआ। चूंकि यह गैस गंधहीन और रंगहीन होती है, लोगों को इसका अहसास तक नहीं हुआ।
जांच और बचाव कार्य:
जॉर्जिया के स्वास्थ्य विभाग और पुलिस अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर तत्काल जांच शुरू की। बचाव दल ने बताया कि पीड़ितों को घटना के दौरान सांस लेने में तकलीफ और बेहोशी जैसी समस्याएं हुईं। सभी पीड़ितों को नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों के अनुसार, कार्बन मोनोऑक्साइड विषाक्तता की गंभीरता के कारण उनकी जान नहीं बचाई जा सकी।
भारतीय दूतावास की प्रतिक्रिया:
जॉर्जिया में भारतीय दूतावास ने घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है। दूतावास के अधिकारियों ने पीड़ितों के परिवारों को सहायता देने का आश्वासन दिया है और शवों को भारत वापस लाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने भी इस घटना की जानकारी ली है और इसे गंभीर लापरवाही बताया है।
कार्बन मोनोऑक्साइड विषाक्तता का खतरा:
कार्बन मोनोऑक्साइड गैस, जिसे “साइलेंट किलर” भी कहा जाता है, जलने वाली वस्तुओं से निकलती है। जब यह गैस बंद वातावरण में एकत्रित हो जाती है, तो यह शरीर के ऑक्सीजन अवशोषण की प्रक्रिया को प्रभावित करती है, जिससे सांस लेने में दिक्कत और मौत हो सकती है।
मुख्य लक्षण:
- सिरदर्द और चक्कर
- थकान और कमजोरी
- उल्टी और पेट दर्द
- बेहोशी और मृत्यु
सावधानियां:
- गैस उपकरणों की नियमित जाँच कराना
- रेस्टोरेंट और घरों में वेंटिलेशन का सही इंतजाम
- कार्बन मोनोऑक्साइड डिटेक्टर का उपयोग
- बंद वातावरण में गैस उपकरणों को अधिक देर तक न चलाना
निष्कर्ष:
यह दुखद घटना एक गंभीर चेतावनी है कि कार्बन मोनोऑक्साइड विषाक्तता से जुड़ी सावधानियों को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। भारतीय और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को इस घटना से सीख लेते हुए सुरक्षा उपायों को बढ़ावा देने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं को रोका जा सके।