Monday, January 20, 2025
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संसदीय रिपोर्ट में जनरल बिपिन रावत के 2021 हेलिकॉप्टर दुर्घटना में मानव त्रुटि को कारण बताया गया।

भारतीय संसद की रक्षा मामलों की स्थायी समिति की एक हालिया रिपोर्ट में जनरल बिपिन रावत के 2021 के हेलिकॉप्टर दुर्घटना के कारणों का खुलासा किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, दुर्घटना का मुख्य कारण मानव त्रुटि (Human Error) था। यह निष्कर्ष तकनीकी जांच और विशेषज्ञों के गहन अध्ययन के आधार पर पेश किया गया है।


दुर्घटना का संदर्भ

  1. घटना की तारीख:
    • 8 दिसंबर 2021 को चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और 12 अन्य सैन्य कर्मियों का हेलिकॉप्टर MI-17 V5 तमिलनाडु के कुन्नूर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था।
  2. दुर्घटना का परिणाम:
    • इस दर्दनाक हादसे में जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और अन्य सैन्य अधिकारियों की मृत्यु हो गई थी।
  3. हेलिकॉप्टर का प्रकार:
    • हेलिकॉप्टर MI-17 V5, जिसे सुरक्षित और विश्वसनीय माना जाता है, भारतीय वायुसेना का एक प्रमुख परिवहन विमान है।

संसदीय रिपोर्ट के निष्कर्ष

  1. मानव त्रुटि प्रमुख कारण:
    • रिपोर्ट के अनुसार, उड़ान के दौरान खराब मौसम और पायलट के निर्णय में त्रुटि के कारण यह हादसा हुआ।
    • पायलट द्वारा विशेष परिस्थितियों में गलत आकलन और टेरियन अवेयरनेस की कमी हादसे का मुख्य कारण बना।
  2. खराब मौसम की भूमिका:
    • दुर्घटना के समय कुन्नूर क्षेत्र में घना कोहरा और कम दृश्यता थी, जिसके चलते पायलट को हेलिकॉप्टर नियंत्रित करने में कठिनाई हुई।
  3. तकनीकी खराबी से इनकार:
    • जांच में हेलिकॉप्टर में किसी तकनीकी खराबी या साजिश के सबूत नहीं मिले।
  4. CFIT (Controlled Flight into Terrain):
    • यह दुर्घटना Controlled Flight into Terrain (CFIT) के तहत हुई।
    • CFIT वह स्थिति होती है जब हेलिकॉप्टर या विमान नियंत्रित अवस्था में होते हुए भूभाग या पहाड़ से टकरा जाता है।

विशेषज्ञों की प्रतिक्रिया

विमानन और रक्षा विशेषज्ञों ने रिपोर्ट को वास्तविक और निष्पक्ष करार देते हुए कहा:

“यह घटना खराब मौसम और तत्काल निर्णय लेने की चुनौती का परिणाम थी। पायलट का अनुभव और परिस्थितियाँ किसी भी उड़ान के लिए निर्णायक होती हैं।”


महत्वपूर्ण सिफारिशें

  1. अत्याधुनिक नेविगेशन उपकरण:
    • हेलिकॉप्टरों में अत्याधुनिक टेरियन अवेयरनेस एंड वॉर्निंग सिस्टम (TAWS) अनिवार्य रूप से लगाना।
  2. पायलट प्रशिक्षण:
    • चुनौतीपूर्ण और खराब मौसम स्थितियों में उड़ान के लिए पायलटों का विशेष प्रशिक्षण।
  3. सुरक्षा मानकों की समीक्षा:
    • भारतीय वायुसेना और अन्य रक्षा सेवाओं में सुरक्षा प्रोटोकॉल का नियमित पुनरीक्षण
  4. अलर्ट सिस्टम:
    • खराब मौसम अलर्ट और उड़ान योजनाओं के लिए आधुनिक तकनीकी समाधान

जनरल बिपिन रावत का योगदान

  • जनरल बिपिन रावत भारतीय सेना के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) थे।
  • उनके नेतृत्व में भारत की रक्षा रणनीतियों और सेनाओं के एकीकरण के लिए कई अहम कदम उठाए गए।
  • उनकी असामयिक मृत्यु ने पूरे देश को स्तब्ध कर दिया और यह हादसा राष्ट्रीय क्षति के रूप में देखा गया।

चित्र स्रोत-PTI

निष्कर्ष

संसदीय रिपोर्ट ने जनरल बिपिन रावत की हेलिकॉप्टर दुर्घटना को मानव त्रुटि का परिणाम बताते हुए कई सुधारात्मक सुझाव दिए हैं। यह घटना देश की रक्षा सेवाओं के लिए सुरक्षा मानकों को और मजबूत करने की आवश्यकता को रेखांकित करती है। जनरल रावत का योगदान भारतीय सैन्य इतिहास में हमेशा याद किया जाएगा, और उनके सम्मान में उठाए गए सुधारात्मक कदम उनकी विरासत को सुरक्षित रखने का प्रयास हैं।

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