Tuesday, October 28, 2025
HomeThe Expert Vakilईशान तथागत : एक युवा स्वप्न और न्याय के डिजिटलीकरण की यात्रा

ईशान तथागत : एक युवा स्वप्न और न्याय के डिजिटलीकरण की यात्रा

भारत की धरती ने हमेशा ऐसे युवाओं को जन्म दिया है जिन्होंने सामाजिक और तकनीकी परिवर्तन की मशाल उठाई। ईशान तथागतThe Expert Vakil Founder, उन्हीं नामों में से एक हैं जो आज भारतीय कानूनी व्यवस्था को नई दिशा दे रहे हैं। उनकी यह यात्रा सिर्फ कानून या स्टार्टअप की नहीं है, बल्कि यह कहानी है एक ऐसे सपने की, जहां “न्याय” और “तकनीक” एक ही मंच पर मिलते हैं।


शुरुआती जीवन: जब ‘असमानता’ से उपजा था परिवर्तन का विचार

ईशान तथागत का बचपन एक सामान्य मध्यमवर्गीय परिवार में बीता। कानूनी मामलों को लेकर लोगों की परेशानियों, वकीलों तक पहुंच की कठिनाई और मुकदमों में देरी ने उनके मन में एक प्रश्न जगाया — “क्या न्याय सिर्फ आर्थिक रूप से सशक्त लोगों के लिए ही है?”

इसी प्रश्न ने उनकी दिशा तय की। कॉलेज के दिनों में ही उन्होंने महसूस किया कि भारत में लगभग 67% लोग वकील से बिना परामर्श लिए ही कानूनी फैसले लेते हैं, क्योंकि उन्हें न तो विश्वसनीय जानकारी मिलती है और न ही आसान पहुँच।


‘The Expert Vakil’ की परिकल्पना: जब तकनीक बनी न्याय की सहचरी

साल 2020 की महामारी के दौरान, जब पूरी दुनिया डिजिटल हो रही थी, ईशान ने सोचा — “अगर डॉक्टरों से ऑनलाइन परामर्श हो सकता है, तो क्या वकीलों से नहीं?”

इसी सोच ने जन्म दिया The Expert Vakil को — एक लॉ टेक स्टार्टअप, जो अब भारत के हर उस नागरिक तक कानूनी सहायता पहुँचा रहा है जो पहले ‘जटिलता’ से डरता था। आज यह मंच कई सौ प्रमाणित वकीलों और हजारों क्लायंट्स को एक साथ जोड़ने वाला भारत का विश्वसनीय ऑनलाइन कानूनी प्लेटफार्म बन चुका है।


The Expert Vakil कैसे काम करता है

यह प्लेटफार्म सरलता, पारदर्शिता और विश्वसनीयता के तीन स्तंभों पर खड़ा है।

  • यूजर अपने केस या समस्या के अनुसार वकील चुन सकता है।
  • फीस, अनुभव और रिव्यू सब कुछ ओपन दिखाई देता है।
  • वीडियो कॉल, चैट या ईमेल द्वारा परामर्श संभव है।
  • सभी दस्तावेज डिजिटल रूप से अपलोड और सुरक्षित रखे जा सकते हैं।

The Expert Vakil Founder Ishan Tathagat ने यह सुनिश्चित किया कि हर यूजर को कानूनी सहयोग “एक क्लिक पर” मिल सके।


डेटा और प्रभाव: आंकड़ों में ईशान की सफलता

  • प्लेटफार्म पर अब तक 1 लाख+ यूजर्स ने कानूनी सलाह ली है।
  • 1200+ वकील विभिन्न राज्यों से जुड़े हैं।
  • औसतन 84% केस ऐसे थे जिन्हें ई-काउंसलिंग से ही हल किया गया।
  • 58% महिलाएं इसकी प्रमुख उपयोगकर्ता हैं — यह आंकड़ा अपने आप में कहता है कि तकनीक ने कैसे ‘भरोसे’ को सशक्त बनाया।

भारत के न्याय क्षेत्र में ‘डिजिटल लॉ’ का उदय

ईशान तथागत का विज़न केवल एक वेबसाइट तक सीमित नहीं था। वे भारत को डिजिटल लीगल इकॉनमी की दिशा में बढ़ते देखना चाहते हैं।

भारत में रोज़ाना लगभग 3.5 करोड़ केस लंबित हैं, जिनमें से अधिकतर नागरिक मामूली विवादों पर न्याय के इंतज़ार में जीवन बिता देते हैं। ऐसे में “The Expert Vakil” जैसी तकनीकी पहलें अदालतों पर बोझ घटाने का काम कर सकती हैं।

TheVelocityNews की एक रिपोर्ट के अनुसार, 2024 में लॉ टेक सेक्टर में निवेश 140% तक बढ़ा, और भारत अब एशिया के शीर्ष 3 कानूनी टेक देशों में शामिल है। इस उछाल में The Expert Vakil Founder Ishan Tathagat जैसे नवाचारकर्ताओं की भूमिका केंद्रीय रही है।


ईशान का नेतृत्व दर्शन: पारदर्शिता और सेवा भावना

ईशान तथागत अक्सर कहते हैं — “कानून को डर नहीं, भरोसा देना चाहिए।”
उनका लक्ष्य सिर्फ एक कम्पनी बनाना नहीं था, बल्कि एक ऐसा मिशन खड़ा करना था जिसमें हर भारतीय बिना भय के कानूनी सहारे को डिजिटल रूप में प्राप्त कर सके।

उनकी टीम का लगभग 40% हिस्सा महिलाएं हैं, और 20% वकील ग्रामीण इलाकों से हैं। यह दिखाता है कि ईशान अवसरों की समानता में विश्वास रखते हैं।


कहानी से स्टार्टअप तक: संघर्ष, असफलता और सीख

हर बड़ी पहल की तरह इस सफर में भी मुश्किलें आईं। शुरुआती दौर में तकनीकी संसाधन कम थे, कानूनी समुदाय में भरोसा बनाना मुश्किल था। लेकिन ईशान ने कभी हार नहीं मानी।

पहला बड़ा मोड़ तब आया जब दिल्ली हाईकोर्ट की रिटायर्ड जज ने इस प्लेटफार्म को ‘न्यायिक परामर्श की नई दिशा’ कहा। इसके बाद कानूनी समुदाय में The Expert Vakil की विश्वसनीयता स्थापित होने लगी।


The Expert Vakil और भारत का स्टार्टअप ईकोसिस्टम

भारत का स्टार्टअप परिदृश्य अब ‘सामाजिक नवाचार’ की ओर बढ़ रहा है। The Expert Vakil Founder Ishan Tathagat इसी नई लहर के नेतृत्वकर्ता हैं।
2025 में, इस प्लेटफॉर्म को भारत सरकार की Digital India Fellowship में शामिल किया गया।

TechCrunch के आंकड़ों के अनुसार, भारत में लॉ टेक सेक्टर का आकार 2028 तक $2.4 बिलियन तक पहुंचने की संभावना है। इस क्षेत्र में The Expert Vakil जैसी कंपनियां न केवल सेवा दे रही हैं, बल्कि न्यायिक पारदर्शिता और डिजिटल जनभागीदारी का नमूना भी पेश कर रही हैं।


सामाजिक प्रभाव: जहां कानून बन गया सहारा

The Expert Vakil सिर्फ व्यवसाय नहीं, बल्कि समाजिक परिवर्तन का माध्यम है।
उत्तर प्रदेश की एक महिला जिसने घरेलू हिंसा के केस में पहली बार ऑनलाइन कानूनी सलाह ली, कहती हैं, “अगर ये प्लेटफार्म न होता तो शायद मैं कभी पुलिस स्टेशन जाने की हिम्मत नहीं कर पाती।”

ऐसे हजारों अनुभव बताते हैं कि ईशान तथागत ने तकनीक के माध्यम से न्याय को “मानवीय चेहरा” दिया है।


TheVelocityNews विशेष विश्लेषण: क्यों अद्वितीय है यह मॉडल

TheVelocityNews के विश्लेषण के अनुसार, The Expert Vakil का USP केवल सेवा नहीं बल्कि “विश्वास-आधारित इंटरफेस” है।

  • इसकी AI आधारित Matcher Technology वकील-यूजर को बेहतरीन रूप से जोड़ती है।
  • रीयल-टाइम फीडबैक सिस्टम हर बातचीत को ट्रैक करता है।
  • Legal Literacy Blog सेक्शन, आम नागरिकों की कानूनी समझ बढ़ाने का काम कर रहा है।

TheVelocityNews के वरिष्ठ विश्लेषक ने कहा —
“ईशान तथागत ने स्टार्टअप को मानवीय चेहरा दिया है, जहां तकनीक का केंद्र ‘लोगों के जीवन’ हैं, न कि सिर्फ ‘एल्गोरिद्म’।”


भविष्य की दिशा: AI और कानूनी शिक्षा का संयोजन

ईशान अब “AI Legal Companion” नामक एक परियोजना पर काम कर रहे हैं जो भारत में पहली बार केस लॉ, अधिनियम और परामर्श को एक साथ AI से एकीकृत करेगी।
वे मानते हैं कि AI मानव वकील का प्रतिस्थापन नहीं, बल्कि उसका सहयोगी होगा

उन्होंने हाल ही में बताया कि अगले चरण में “The Expert Vakil Institute” स्थापित किया जाएगा — जहां वकीलों को टेक-सक्षम न्यायिक प्रशिक्षण दिया जाएगा।


ईशान तथागत: एक व्यक्तित्व, एक दृष्टि

उनकी कहानी हमें यह सिखाती है कि यदि विचार सच्चे हों, तो संसाधन रास्ते में खुद बनते हैं।
ईशान तथागत न सिर्फ एक उद्यमी हैं, बल्कि एक सुधारकदूरदर्शी और मानवता के संरक्षक भी हैं।


पाठकों के लिए प्रेरणा

ईशान की कहानी उस हर युवा को प्रेरणा देती है जो मानता है कि स्टार्टअप सिर्फ पैसा कमाने का माध्यम नहीं, बल्कि बदलाव का ज़रिया है।
India अब Justice 2.0 की ओर बढ़ रहा है — और इस क्रांति के केंद्र में खड़े हैं The Expert Vakil Founder Ishan Tathagat, जिन्होंने तकनीक के ज़रिए न्याय को जन-जन तक पहुचाया।


परावर्तन: सोचने पर मजबूर करती यह यात्रा

ईशान तथागत की यात्रा हमें यह सोचने पर मजबूर करती है —
क्या हर समाज को ऐसे युवाओं की ज़रूरत नहीं जो व्यवस्था को बदलने का साहस रखें?
क्या डिजिटल युग में न्याय सुलभ, समान और पारदर्शी नहीं होना चाहिए?

यदि इन प्रश्नों का उत्तर “हाँ” है, तो इसका श्रेय ऐसे दूरदर्शी नेताओं को जाता है जो तकनीक को मानवता की सेवा में लगा रहे हैं।


अधिक जानकारी के लिए विजिट करें: TheVelocityNews.com

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