Friday, April 25, 2025
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NPCI Aims to Extend UPI’s Reach to 4-6 New Countries by 2025

नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने घोषणा की है कि वह यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) को 2025 तक 4-6 नए देशों में लॉन्च करने की योजना पर काम कर रहा है। यह कदम डिजिटल पेमेंट्स को वैश्विक स्तर पर मजबूत करने और भारतीय फिनटेक तकनीक की अंतरराष्ट्रीय स्वीकृति बढ़ाने की दिशा में एक बड़ा प्रयास है।


मुख्य उद्देश्य:

  1. UPI का वैश्विक विस्तार:
    • UPI को अन्य देशों में लागू करना ताकि भारतीय प्रवासी और अंतरराष्ट्रीय उपभोक्ता तेजी और सुरक्षित तरीके से डिजिटल लेनदेन कर सकें।
  2. भारतीय तकनीक की स्वीकृति:
    • भारतीय डिजिटल भुगतान प्रणाली को वैश्विक मान्यता दिलाना।
  3. प्रवासी भारतीयों की सुविधा:
    • विदेशों में रहने वाले एनआरआई भारतीय बैंकों के माध्यम से आसानी से UPI का उपयोग कर सकेंगे।

NPCI की मौजूदा वैश्विक उपस्थिति:

UPI को पहले ही सिंगापुर, UAE, नेपाल, और भूटान जैसे देशों में लागू किया जा चुका है। इन देशों में भारतीयों और स्थानीय उपभोक्ताओं को UPI के माध्यम से रीयल-टाइम पेमेंट का लाभ मिल रहा है।


नए लक्षित देश:

हालाँकि NPCI ने अभी आधिकारिक तौर पर देशों का नाम घोषित नहीं किया है, लेकिन संभावित बाजारों में शामिल हो सकते हैं:

  1. मिडल ईस्ट: सऊदी अरब और कतर
  2. दक्षिण एशिया: बांग्लादेश और श्रीलंका
  3. यूरोप: यूके और फ्रांस
  4. अमेरिका और कनाडा: प्रवासी भारतीयों की बड़ी संख्या के कारण इन देशों में भी UPI को शुरू करने पर विचार किया जा रहा है।

UPI की विशेषताएँ जो इसे वैश्विक स्तर पर लोकप्रिय बनाती हैं:

  1. रीयल-टाइम भुगतान: लेन-देन कुछ सेकंड में पूरा हो जाता है।
  2. सुरक्षा: टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन और UPI पिन के कारण सुरक्षित भुगतान।
  3. सहज और उपयोगकर्ता-अनुकूल: QR कोड और मोबाइल नंबर के माध्यम से पेमेंट करना आसान।
  4. लागत प्रभावी: लेनदेन के लिए न्यूनतम शुल्क या शून्य शुल्क।

NPCI की रणनीति:

  1. लोकल पार्टनर्स: NPCI प्रत्येक देश में स्थानीय बैंकों और पेमेंट गेटवे के साथ साझेदारी करेगा।
  2. UPI इंटरऑपरेबिलिटी: UPI को अन्य देशों के पेमेंट सिस्टम से जोड़ने की योजना।
  3. विनियामक स्वीकृति: UPI के लिए स्थानीय सरकारों और वित्तीय नियामकों से अप्रूवल लेना।

UPI के विस्तार के लाभ:

  1. प्रवासी भारतीयों के लिए सुविधा: विदेशों में भारतीय नागरिक आसानी से UPI के माध्यम से भुगतान कर सकेंगे।
  2. टूरिज्म में सहूलियत: भारतीय पर्यटक विदेशी यात्रा के दौरान कैशलेस ट्रांजैक्शन कर सकेंगे।
  3. भारत की फिनटेक लीडरशिप: UPI के वैश्विक विस्तार से भारत को डिजिटल पेमेंट इनोवेशन में अग्रणी देश बनने में मदद मिलेगी।
  4. रुपये का ग्लोबल उपयोग: यह कदम भारतीय रुपये के उपयोग को भी बढ़ावा दे सकता है।

NPCI का बयान:

NPCI के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा:
“UPI का वैश्विक विस्तार भारतीय फिनटेक प्रणाली को मजबूत करेगा। हम 2025 तक 4-6 नए देशों में UPI लॉन्च करने की योजना बना रहे हैं। यह डिजिटल लेनदेन को सरल और सुरक्षित बनाएगा।”


निष्कर्ष:

UPI का वैश्विक विस्तार डिजिटल भुगतान के क्षेत्र में भारत के नेतृत्व को स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। NPCI का यह कदम न केवल भारतीय प्रवासी समुदाय को लाभान्वित करेगा बल्कि डिजिटल पेमेंट्स के लिए वैश्विक समाधान भी प्रदान करेगा।

“UPI का अंतरराष्ट्रीय विस्तार भारतीय फिनटेक उद्योग के लिए एक नया अध्याय साबित होगा।”

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