Friday, January 17, 2025
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Class 10 Girl Paralyzed After 15 Rat Bites in 8 Months at BC Welfare Hoste

तेलंगाना के एक बीसी (Backward Class) वेलफेयर हॉस्टल में कक्षा 10 की छात्रा के साथ दर्दनाक घटना सामने आई है। पिछले 8 महीनों में छात्रा पर चूहों ने 15 बार हमला किया, जिसके चलते वह अब लकवाग्रस्त हो गई है। यह घटना न केवल हॉस्टल के खराब प्रबंधन को उजागर करती है बल्कि राज्य की वेलफेयर व्यवस्थाओं पर भी सवाल खड़े करती है।


घटना का विवरण:

  1. स्थान:
    • यह मामला तेलंगाना के एक बीसी वेलफेयर हॉस्टल का है, जहाँ छात्राओं के लिए बुनियादी सुविधाओं का अभाव है।
  2. पीड़िता की हालत:
    • छात्रा पर लगातार चूहों द्वारा हमला किया गया, जिससे उसकी नसों और मांसपेशियों को गंभीर क्षति पहुँची।
    • डॉक्टरों ने बताया कि संक्रमण के कारण छात्रा का शारीरिक नियंत्रण कमजोर हो गया है और वह लकवाग्रस्त हो गई है।
  3. हॉस्टल की स्थिति:
    • हॉस्टल की बदतर हालत ने चूहों के प्रकोप को बढ़ावा दिया।
    • छात्राओं ने कई बार प्रशासन से शिकायत की, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला।
  4. सुरक्षा उपायों का अभाव:
    • हॉस्टल में साफ-सफाई और पेस्ट कंट्रोल की उचित व्यवस्था नहीं की गई थी।

माता-पिता और स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया:

  1. माता-पिता का आक्रोश:
    • छात्रा के माता-पिता ने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी बेटी की हालत के लिए हॉस्टल प्रबंधन जिम्मेदार है।
  2. स्थानीय विरोध:
    • इस घटना के बाद स्थानीय लोग और छात्र संगठनों ने हॉस्टल प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया और मामले की जाँच की माँग की।

प्रशासन की प्रतिक्रिया:

  • राज्य के अधिकारियों ने घटना को गंभीरता से लेते हुए हॉस्टल की तत्काल जाँच के आदेश दिए हैं।
  • तेलंगाना सरकार के एक अधिकारी ने कहा:
    “यह घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी और हॉस्टल की व्यवस्था को सुधारने के लिए कदम उठाए जाएँगे।”

मुख्य मुद्दे:

  1. स्वास्थ्य और स्वच्छता:
    • हॉस्टल में साफ-सफाई का अभाव और चूहों के बढ़ते प्रकोप ने छात्राओं के स्वास्थ्य को खतरे में डाला।
  2. प्रबंधन की लापरवाही:
    • प्रशासन की उदासीनता ने छात्राओं को ऐसी दर्दनाक स्थिति में पहुँचाया।
  3. बुनियादी सुविधाओं का अभाव:
    • छात्रावासों में सुरक्षा, स्वास्थ्य सुविधाएँ और स्वच्छता की पर्याप्त व्यवस्था नहीं है।

आगे की कार्रवाई:

  1. स्वास्थ्य उपचार:
    • पीड़िता का इलाज संक्रमण और लकवे से उबरने के लिए बेहतर स्वास्थ्य केंद्र में कराया जाएगा।
  2. जाँच और सुधार:
    • सरकार ने हॉस्टल की जाँच और स्वच्छता के लिए पेस्ट कंट्रोल अभियान चलाने का वादा किया है।
  3. प्रशासन पर सख्त कार्रवाई:
    • दोषी अधिकारियों और प्रबंधकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

निष्कर्ष:

यह घटना प्रशासन की लापरवाही और वेलफेयर सिस्टम की विफलता को उजागर करती है। चूहों के काटने से छात्रा का लकवाग्रस्त होना न केवल एक मानवीय त्रासदी है बल्कि राज्य सरकार के लिए जिम्मेदारी और जवाबदेही का बड़ा सवाल है।

“इस घटना से यह साफ होता है कि हॉस्टल प्रबंधन को तुरंत सुधारने और छात्राओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाने होंगे।”

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