Wednesday, June 18, 2025
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दिल्‍ली-NCR में मानसून की आहट, बंगाल की खाड़ी से लेकर अरब सागर तक में हलचल


Aaj Ka Mausam: एक हफ्ते से भी ज्‍यादा समय तक 40 से 45 डिग्री सेल्सियस तक की प्रचंड गर्मी का सामना करने वाले उत्‍तर और पूर्वी भारत के लिए अच्‍छी खबर है. बंगाल की खाड़ी से लेकर अरब सागर तक की मौसमी दशाओं में बदलाव आने के बाद दक्षिण-पश्चिम मानसून के और मजबूत होकर आगे बढ़ने की संभावना है. बंगाल की खाड़ी में साइक्‍लोनिक सर्कुलेशन का असर पश्चिम बंगाल से लेकर ओडिशा, बिहार, झारखंड और उत्‍तर प्रदेश तक में देखने को मिल रहा है. कई क्षेत्रों में अच्‍छी बारिश रिकॉर्ड की गई है. मौसम विभाग (IMD) के पूर्वानुमान के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम मानसून लगातार आगे बढ़ रहा है. हालात अनुकूल होने की वजह से अच्‍छी बारिश की प्रबल संभावना बनी हुई है. दिल्‍ली-एनसीआर समेत पूरा उत्‍तर भारत अभी मानसून से अछूता है, लेकिन मौसम विज्ञानियों का कहना है कि इस सप्‍ताह के अंत तक इन इलाकों में भी मानसून एक्टिव हो सकता है. इसके प्रभाव से अच्‍छी बारिश होगी. बता दें कि बिहार से लेकर दिल्‍ली, हरियाणा, पंजाब, राजस्‍थान आदि में तापमान ने रिकॉर्ड तोड़ दिया. बेहिसाब गर्मी से लोगों की रोजमर्रा की जिंदगियां प्रभावित होने लगीं. IMD ने अब राहत पहुंचाने वाला पूर्वानुमान जारी किया है.

पहले बात करते हैं दिल्‍ली-एनसीआर की. देश की राजधानी दिल्‍ली में शनिवार देर रात के बाद मौसम ने अचानक करवट बदला था. तकरीबन 104 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली आंधी के साथ बारिश हुई थी. इससे प्रचंड गर्मी से राहत मिली थी. फिर मंगलवार 17 जून 2025 की शाम को दिल्‍ली-एनसीआर में बारिश का दौर शुरू हुआ. ताबड़तोड़ बारिश होने की वजह से तापमान में गिरावट दर्ज की गई. अब IMD ने दिल्‍ली-एनसीआर समेत पूरे उत्‍तर भारत के लिए ताजा मौसम पूर्वानुमान जारी किया है. मौसम विभाग के अनुसार, नॉर्थ इंडिया में मौजूदा सप्‍ताह के अंत तक मानसून एक्टिव हो सकता है. इसके प्रभाव से दिल्‍ली और आसपास के इलाकों में भी अच्‍छी बारिश होने की संभावना है. भीषण गर्मी का सामना कर रहे करोड़ों लोगों के साथ ही किसानों के लिए भी यह राहत भरी खबर है. देश के कृषि का अधिकांश हिस्‍सा मानसूनी बारिश पर निर्भर करता है. मानसून के सामान्‍य रहने पर देश की अर्थव्‍यवस्‍था पर भी पॉजिटिव असर पड़ता है.

उत्‍तर और पूर्वी भारत में मानसून के नए क्षेत्रों में एंटर करने की प्रबल संभावना है. इसके प्रभाव से बंगाल से लेकर पंजाब-हरियाणा तक में अच्‍छी बारिश होने का पूर्वानुमान है. (पीटीआई/फाइल फोटो)

मजबूत होगा मानसून

स्‍काइमेट वेदर की रिपोर्ट के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम मानसून ने आगे बढ़ते हुए मध्य अरब सागर के शेष हिस्सों, उत्तर अरब सागर के कुछ हिस्सों, गुजरात, कोंकण, मध्य महाराष्ट्र और तेलंगाना के शेष भागों, मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों, विदर्भ, छत्तीसगढ़ और ओडिशा के कुछ और हिस्सों में प्रवेश कर लिया है. अगले 2 से 3 दिनों के दौरान अनुकूल परिस्थितियां बनी हुई हैं, जिससे मानसून के उत्तर अरब सागर के शेष हिस्सों, गुजरात और मध्य प्रदेश के कुछ और हिस्सों, विदर्भ, छत्तीसगढ़ और ओडिशा के शेष हिस्सों, पश्चिम बंगाल, झारखंड के कुछ हिस्सों, उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी, बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में आगे बढ़ने की संभावना बनी हुई है. उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी और आसपास के क्षेत्र में एक चक्रवाती परिसंचरण (Cyclonic Circulation) बना हुआ है. इसके चलते मानसून को और गति मिलने की संभावना है.

जोरदार बारिश के आसार

मौसम पूर्वानुमान के अनुसार, अगले 24 घंटे के दौरान दक्षिण गुजरात में भारी से बहुत भारी बारिश और गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है. कोंकण व गोवा, तटीय कर्नाटक, केरल, उत्तर बिहार, पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्से, छत्तीसगढ़, पूर्वी मध्य प्रदेश, ओडिशा और पूर्वोत्तर भारत में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक-दो स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है. 18 और 19 जून को बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा और पूर्वी उत्तर प्रदेश के हिस्सों में मध्यम से भारी बारिश और गरज-चमक की संभावना है.



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