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- Apple Plans To Buy AI Startup Perplexity, Deal Could Be Worth ₹1.21 Lakh Crore; It Will Be The Company’s Biggest Deal
नई दिल्ली1 घंटे पहले
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टेक दिग्गज एपल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) स्टार्टअप परप्लेक्सिटी को खरीदने का प्लान बना रही है। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, दोनों कंपनियों के बीच यह डील 14 बिलियन डॉलर यानी लगभग 1.21 लाख करोड़ रुपए में हो सकती है।
अगर ये डील हुई, तो ये एपल की अब तक की सबसे बड़ी खरीद होगी। इससे पहले एपल ने 2014 में 3 बिलियन डॉलर यानी करीब 25,974 करोड़ रुपए में कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी बीट्स को खरीदा था।
क्या है परप्लेक्सिटी?
परप्लेक्सिटी एक AI बेस्ड सर्च इंजन है, जो रियल-टाइम में सवालों के जवाब देता है और बातचीत की तरह काम करता है। ये स्टार्टअप AI की दुनिया में तेजी से नाम कमा रहा है। अभी ये डील शुरुआती दौर में है।
एपल के मर्जर एंड एक्विजिशन (M&A) हेड एड्रियन पेरिका, सर्विसेज चीफ एडी क्यू और AI टीम के बड़े लोग परप्लेक्सिटी के साथ कई बार मीटिंग कर चुके हैं। हालांकि, अभी इस डील को लेकर दोनों कंपनी की ओर से कोई जानकारी सामने नहीं आई है।
एपल को क्यों चाहिए परप्लेक्सिटी?
- एपल AI की रेस में थोड़ा पीछे चल रहा है। Open AI, गूगल और एंथ्रोपिक जैसे प्लेयर्स के पास पहले से ही दमदार जेनेरेटिव AI प्रोडक्ट्स हैं, लेकिन एपल के पास ऐसा कोई प्रोडक्ट नहीं है।
- परप्लेक्सिटी को खरीदकर एपल को न सिर्फ एक रेडीमेड AI सर्च प्लेटफॉर्म मिलेगा। बल्कि एक मजबूत AI टैलेंट की टीम भी, जो एपल के AI प्लान्स को रफ्तार दे सकती है।

एपल ने 2014 में 3 बिलियन डॉलर यानी करीब 25,974 करोड़ रुपए में कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी बीट्स को खरीदा था। तब ये एपल की सबसे बड़ी खरीद रही थी।
पार्टनरशिप भी कर सकती है एपल
रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि एपल पूरी कंपनी खरीदने के बजाय परप्लेक्सिटी के साथ पार्टनरशिप भी कर सकती है। परप्लेक्सिटी की AI टेक्नोलॉजी को सफारी ब्राउजर में सर्च ऑप्शन के तौर पर भी जोड़ा जा सकता है, या सिरी को और स्मार्ट बनाने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।
गूगल के साथ एपल की डील खतरे में
इसके अलावा गूगल के साथ एपल की 20 बिलियन डॉलर की सर्च डील खतरे में है, क्योंकि अमेरिकी कोर्ट में इसकी जांच चल रही है। ऐसे में AI बेस्ड सर्च की ओर बढ़ रही दुनिया में परप्लेक्सिटी एपल के लिए एक नया रास्ता खोल सकती है।
सैमसंग भी कर रही परप्लेक्सिटी के साथ बातचीत
इसके अलावा खबर है कि सैमसंग भी परप्लेक्सिटी के साथ पार्टनरशिप करने के करीब है। अगर ऐसा हुआ तो एपल के लिए रास्ता मुश्किल हो सकता है और उसे जल्दी कोई बड़ा फैसला लेना पड़ सकता है।
फिलहाल, एपल और परप्लेक्सिटी के बीच डील सिर्फ चर्चा में है, लेकिन अगर ये सच हुई, तो AI की दुनिया में एपल का दबदबा बढ़ सकता है।