हाल ही में प्रकाशित एक अध्ययन में यह पाया गया है कि पेरासिटामोल (Acetaminophen), जो एक सामान्य दर्द निवारक दवा है, का लंबे समय तक सेवन बुजुर्गों में हृदय और किडनी की समस्याओं के जोखिम को बढ़ा सकता है। यह निष्कर्ष उन मरीजों के लिए महत्वपूर्ण है जो पुरानी बीमारियों जैसे गठिया (Arthritis) और जोड़ों के दर्द के लिए पेरासिटामोल का नियमित सेवन करते हैं।
पेरासिटामोल क्या है?
- पेरासिटामोल एक ओवर-द-काउंटर (OTC) दवा है, जो हल्के से मध्यम दर्द और बुखार के इलाज के लिए दी जाती है।
- इसे सुरक्षित विकल्प माना जाता है, खासकर एनएसएआईडी (जैसे इबुप्रोफेन) की तुलना में।
अध्ययन के मुख्य निष्कर्ष
- हृदय संबंधी जोखिम (Cardiovascular Risks):
- लंबे समय तक पेरासिटामोल का सेवन ब्लड प्रेशर में बढ़ोतरी कर सकता है।
- उच्च रक्तचाप के चलते हृदय रोग जैसे स्ट्रोक और दिल का दौरा (Heart Attack) का खतरा बढ़ सकता है।
- किडनी पर असर (Kidney Damage):
- अध्ययन में पाया गया कि नियमित रूप से पेरासिटामोल लेने वाले बुजुर्ग मरीजों में गुर्दे की कार्यक्षमता धीरे-धीरे कम हो सकती है।
- पेरासिटामोल के अधिक सेवन से क्रोनिक किडनी डिजीज (CKD) का खतरा बढ़ जाता है।
- लंबे समय तक सेवन का असर:
- जो लोग लंबे समय तक 500mg से अधिक की खुराक लेते हैं, उनमें यह जोखिम अधिक होता है।
बुजुर्गों के लिए विशेष चिंता
- मेटाबॉलिज्म में कमी: उम्र बढ़ने के साथ शरीर में दवाओं के मेटाबॉलिज्म की दर घटती है, जिससे दवा के साइड इफेक्ट्स का खतरा बढ़ जाता है।
- पहले से मौजूद स्वास्थ्य समस्याएं: हृदय रोग, हाई बीपी, और किडनी की समस्याओं वाले बुजुर्गों में जोखिम और भी बढ़ जाता है।
डॉक्टरों की सलाह
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि बुजुर्गों को पेरासिटामोल का सेवन:
- कम खुराक में और कम अवधि तक करना चाहिए।
- बिना डॉक्टर की सलाह के लंबे समय तक दवा का सेवन न करें।
- ब्लड प्रेशर और किडनी फंक्शन की नियमित जांच करवानी चाहिए।
पेरासिटामोल का सुरक्षित उपयोग
- कम मात्रा का सेवन करें:
- सामान्य खुराक: वयस्कों के लिए 500mg से 1000mg हर 6 घंटे में।
- 24 घंटे में 4000mg से अधिक का सेवन न करें।
- दवा का नियमित उपयोग न करें:
- केवल जरूरत पड़ने पर ही पेरासिटामोल लें।
- दूसरी दवाओं की जांच करें:
- कई दवाओं में पेरासिटामोल होता है। दवा लेने से पहले इसके संरचना की जांच करें।
- हाइड्रेटेड रहें:
- दवा लेते समय पर्याप्त पानी पिएं, ताकि किडनी पर दबाव न पड़े।
बुजुर्ग मरीजों के लिए विकल्प
- नॉन-ड्रग पेन मैनेजमेंट:
- हल्के व्यायाम (Walking, Yoga)।
- फिजियोथेरेपी और हीट पैक्स।
- हर्बल और आयुर्वेदिक उपचार:
- हल्दी (Curcumin) और अदरक प्राकृतिक सूजनरोधी विकल्प हैं।
- एनएसएआईडी का सीमित उपयोग:
- अगर पेन रिलीफ के लिए जरूरी हो तो डॉक्टर से इबुप्रोफेन या अन्य विकल्पों पर चर्चा करें।
निष्कर्ष
पेरासिटामोल एक सुरक्षित दर्द निवारक दवा मानी जाती है, लेकिन इसका लंबे समय तक और बिना डॉक्टर की सलाह के उपयोग बुजुर्गों में हृदय और किडनी के स्वास्थ्य के लिए जोखिम पैदा कर सकता है। इसलिए, पेरासिटामोल का सेवन सावधानीपूर्वक और डॉक्टर की निगरानी में करना बेहद जरूरी है।