डोनाल्ड ट्रंप का चुनावी वादा
2024 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के प्रचार अभियान के दौरान, पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका की जन्मसिद्ध नागरिकता (birthright citizenship) और प्रवासन (immigration) पर सख्त कार्रवाई का वादा किया। ट्रंप ने कहा कि अगर वे दोबारा राष्ट्रपति चुने गए, तो पद संभालने के पहले दिन से ही इन मुद्दों पर कार्रवाई शुरू करेंगे। उनका मानना है कि वर्तमान प्रवासन नीतियां अमेरिका के लिए हानिकारक हैं और इसमें व्यापक बदलाव की आवश्यकता है।
जन्मसिद्ध नागरिकता पर ट्रंप का रुख
1. क्या है जन्मसिद्ध नागरिकता?
जन्मसिद्ध नागरिकता अमेरिकी संविधान के 14वें संशोधन के तहत प्रदान की जाती है, जिसके अनुसार अमेरिका में जन्म लेने वाला हर बच्चा अमेरिकी नागरिक होता है, चाहे उसके माता-पिता अवैध प्रवासी ही क्यों न हों।
2. ट्रंप की योजना:
- ट्रंप ने जन्मसिद्ध नागरिकता पर रोक लगाने का वादा किया है, ताकि अवैध प्रवासियों के बच्चों को नागरिकता का अधिकार न मिल सके।
- उनका तर्क है कि इस कानून का दुरुपयोग हो रहा है, और इसे रोकने के लिए कार्यकारी आदेश (Executive Order) जारी करेंगे।
- उनका दावा है कि यह कदम अवैध प्रवासन को कम करेगा और अमेरिका के संसाधनों पर बोझ कम पड़ेगा।
3. संवैधानिक चुनौतियां:
- जन्मसिद्ध नागरिकता को खत्म करने के लिए ट्रंप को संविधान के 14वें संशोधन को बदलना होगा, जिसके लिए कांग्रेस और सुप्रीम कोर्ट की मंजूरी आवश्यक है।
- कानूनी विशेषज्ञों का कहना है कि यह एक जटिल प्रक्रिया होगी, और इसे लागू करना आसान नहीं होगा।
प्रवासन पर सख्त नीतियां
1. अवैध प्रवासियों पर कार्रवाई:
- ट्रंप ने कहा कि अमेरिका में अवैध तरीके से प्रवेश करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
- उन्होंने अमेरिका-मेक्सिको सीमा पर सुरक्षा को और मजबूत करने का वादा किया।
2. सीमा दीवार का विस्तार:
- ट्रंप ने अपनी पिछली नीति को जारी रखते हुए अमेरिका-मेक्सिको सीमा पर दीवार बनाने का काम फिर से शुरू करने की योजना बनाई है।
- उनका दावा है कि दीवार अवैध प्रवासियों और मादक पदार्थों की तस्करी को रोकने में कारगर साबित होगी।
3. प्रवासियों के लिए नए नियम:
- ट्रंप प्रशासन प्रवासियों के लिए कानूनी प्रक्रियाओं को और सख्त बनाएगा।
- शरण चाहने वालों की संख्या सीमित की जाएगी और उन्हें अमेरिका में प्रवेश से पहले कड़ी जांच से गुजरना होगा।
ट्रंप के बयान का उद्देश्य
1. समर्थकों को जोड़ना:
- ट्रंप का यह बयान उनके समर्थकों, विशेषकर रिपब्लिकन पार्टी के कड़े प्रवासन विरोधी धड़े, को मजबूत करने का प्रयास है।
- प्रवासन और जन्मसिद्ध नागरिकता जैसे मुद्दे रिपब्लिकन पार्टी के कई मतदाताओं के लिए प्रमुख चिंता का विषय रहे हैं।
2. अवैध प्रवास को कम करना:
- ट्रंप ने कहा कि अवैध प्रवासन अमेरिका के लिए आर्थिक और सामाजिक समस्याएं पैदा कर रहा है।
- उनकी नीतियों का उद्देश्य अमेरिका की सीमाओं को सुरक्षित करना और संसाधनों का सही उपयोग सुनिश्चित करना है।
विपक्ष और विशेषज्ञों की प्रतिक्रिया
1. डेमोक्रेट्स का विरोध:
- विपक्षी डेमोक्रेट्स ने ट्रंप के इस वादे को संविधान विरोधी और विभाजनकारी करार दिया।
- डेमोक्रेटिक नेताओं का कहना है कि ट्रंप की नीतियां अमेरिका के मूलभूत अधिकारों के खिलाफ हैं।
2. संवैधानिक चुनौतियां:
- कानूनी विशेषज्ञों का कहना है कि ट्रंप का कार्यकारी आदेश जन्मसिद्ध नागरिकता पर प्रभाव डालने के लिए पर्याप्त नहीं होगा।
- 14वें संशोधन को बदलने के लिए कानूनी और राजनीतिक बाधाओं का सामना करना पड़ेगा।
3. सामाजिक प्रभाव:
- आलोचकों का तर्क है कि इस नीति से अमेरिका में सामाजिक विभाजन बढ़ सकता है।
- इसका असर प्रवासी समुदायों और उनके परिवारों पर गहराई से पड़ेगा।
ट्रंप के पिछले कार्यकाल की नीतियां
डोनाल्ड ट्रंप के पिछले कार्यकाल (2017-2021) में प्रवासन पर उनकी सख्त नीतियां चर्चा का विषय रहीं:
- मुस्लिम बहुल देशों से यात्रा प्रतिबंध:
- ट्रंप प्रशासन ने कुछ मुस्लिम बहुल देशों के नागरिकों पर अमेरिका यात्रा करने पर प्रतिबंध लगाया था।
- ‘ज़ीरो टॉलरेंस’ नीति:
- इस नीति के तहत अवैध प्रवासियों के परिवारों को अलग कर दिया गया था।
- सीमा दीवार:
- ट्रंप ने अमेरिका-मेक्सिको सीमा पर दीवार बनाने का काम शुरू किया था, जो उनके कार्यकाल का एक महत्वपूर्ण एजेंडा था।
निष्कर्ष
डोनाल्ड ट्रंप का जन्मसिद्ध नागरिकता और प्रवासन पर सख्त कार्रवाई का वादा उनके चुनावी अभियान के केंद्र में है। यह मुद्दा उनके समर्थकों को प्रेरित करने और चुनावी जनाधार बढ़ाने के लिए अहम है। हालांकि, इस वादे को लागू करने के लिए उन्हें संवैधानिक, कानूनी और राजनीतिक बाधाओं का सामना करना पड़ेगा। ट्रंप का यह बयान 2024 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में प्रवासन को एक प्रमुख मुद्दा बनाने का संकेत देता है।