दिल्ली के कई नामी स्कूलों को दो हफ्तों में पांचवीं बार बम धमकी के ईमेल प्राप्त हुए हैं, जिससे छात्रों, अभिभावकों और प्रशासन के बीच आतंक और घबराहट का माहौल बना हुआ है। इस बार धमकी का स्वरूप अधिक संगठित और व्यापक बताया जा रहा है। दिल्ली पुलिस और खुफिया एजेंसियां इन घटनाओं की जांच में जुटी हुई हैं, जबकि स्कूल प्रशासन सुरक्षा बढ़ाने के प्रयास कर रहा है।
घटना का विवरण
- धमकी ईमेल: स्कूलों को मिले ईमेल में बम विस्फोट की चेतावनी दी गई है, जिसके बाद स्कूलों को तुरंत खाली कराया गया।
- प्रभावित स्कूल: दिल्ली के साउथ दिल्ली, वेस्ट दिल्ली और कुछ प्रतिष्ठित स्कूलों में धमकियां भेजी गईं।
- समय: ताजा धमकी सोमवार सुबह 9 बजे के आसपास आई, जब स्कूलों में कक्षाएं शुरू हो चुकी थीं।
पुलिस और प्रशासन की प्रतिक्रिया
- दिल्ली पुलिस की बम निरोधक टीम और डॉग स्क्वॉड तुरंत मौके पर पहुंचे और स्कूलों की तलाशी ली।
- फाल्स अलार्म: अब तक की जांच में सभी धमकियां फर्जी पाई गईं हैं, लेकिन एहतियातन पूरे परिसर की गहन जांच की गई।
- दिल्ली पुलिस ने इसे “साइबर क्राइम” का मामला मानकर स्पेशल सेल को जांच सौंप दी है।
अभिभावकों और छात्रों की चिंता
बम धमकियों के कारण छात्रों की पढ़ाई और मानसिक स्थिति पर नकारात्मक असर पड़ रहा है।
- अभिभावकों ने सुरक्षा उपायों को और मजबूत करने की मांग की है।
- बच्चों के मन में डर और असुरक्षा की भावना बढ़ रही है, जिससे स्कूलों में उपस्थिति पर असर पड़ सकता है।
संभावित कारण और जांच का फोकस
- पुलिस का मानना है कि यह मामला किसी साइबर हमले या शरारती तत्वों द्वारा डर फैलाने का प्रयास हो सकता है।
- जांचकर्ता धमकी भेजने वालों के ईमेल के IP एड्रेस और सर्वर लोकेशन को ट्रैक कर रहे हैं।
- मोटीव: जानबूझकर अराजकता फैलाना या साइबर-आतंकवाद का हिस्सा हो सकता है।
स्कूल प्रशासन द्वारा उठाए गए कदम
- सुरक्षा बढ़ाई गई: स्कूल परिसर में सिक्योरिटी गार्ड्स, सीसीटीवी निगरानी और बैग चेकिंग बढ़ा दी गई है।
- छात्रों की सुरक्षा: छात्रों और शिक्षकों को समय रहते स्कूलों से बाहर निकाला गया।
- अभिभावकों को सूचित करना: स्कूल प्रबंधन ने अभिभावकों को ईमेल और मैसेज के जरिए स्थिति की जानकारी दी।
सुरक्षा के लिए प्रशासन के सुझाव
- साइबर सुरक्षा को मजबूत करना ताकि फर्जी धमकियों को ट्रैक किया जा सके।
- स्कूलों में इमरजेंसी ड्रिल आयोजित करना ताकि छात्र और शिक्षक ऐसी स्थितियों के लिए तैयार रहें।
- पुलिस गश्त बढ़ाना: संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात करना।
- साइबर सेल की सक्रियता: ईमेल धमकी भेजने वालों का स्रोत और मकसद जल्द से जल्द उजागर करना।

निष्कर्ष
दिल्ली के स्कूलों को बार-बार बम धमकियां मिलना एक गंभीर सुरक्षा चुनौती बन चुका है। यह घटना न केवल बच्चों की पढ़ाई और मानसिक स्वास्थ्य पर असर डाल रही है बल्कि अभिभावकों को भी गहरी चिंता में डाल रही है। पुलिस और प्रशासन को इस मामले को गंभीरता से लेकर अपराधियों को जल्द पकड़ने की आवश्यकता है ताकि बच्चों और स्कूल समुदाय में सुरक्षा और विश्वास कायम किया जा सके।