1 घंटे पहलेलेखक: शशांक शुक्ला
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जब भी हम लोन लेने की सोचते हैं, चाहे वह पर्सनल लोन हो, होम लोन या कार लोन तो सबसे जरूरी और पहला कदम होता है CIBIL स्कोर चेक करना।
बहुत से लोग बिना इसे समझे ही लोन के लिए अप्लाई कर देते हैं। ऐसे में जब बैंकिंग कंपनियां उनका एप्लीकेशन रिजेक्ट करती है तो लोग समझ नहीं पाते हैं कि ऐसा क्यों हुआ?
दरअसल, CIBIL स्कोर आपकी क्रेडिट हिस्ट्री का एक नंबर होता है, जो यह बताता है कि आपने पहले लिए गए लोन या क्रेडिट कार्ड बिल का भुगतान समय पर किया है या नहीं।
यह स्कोर 300 से 900 के बीच होता है और जितना ज्यादा आपका स्कोर होगा, आपके लोन पास होने की संभावना उतनी ही बढ़ जाएगी। हालांकि, इसके लिए आपको अपने CIBIL स्कोर पर ध्यान देने की बहुत जरूरत है।
ट्रांसयूनियन CIBIL की एक रिपोर्ट के अनुसार, जो लोग अपनी क्रेडिट रिपोर्ट पर ध्यान देते हैं, उनका औसत CIBIL स्कोर 729 होता है, जबकि जो ऐसा नहीं करते उनका औसत CIBIL स्कोर 712 होता है।
वहीं, ऐसे लोग जो अपने क्रेडिट रिपोर्ट की नियमित निगरानी करते हैं, उनमें से 46% लोगों के स्कोर में छह महीने के भीतर सुधार देखा गया।
ऐसे में जरूरी है कि लोन के लिए अप्लाई करने से पहले एक बार अपना CIBIL स्कोर जरूर चेक करना चाहिए। यह आपकी लोन प्रक्रिया को आसान बना सकता है और लोन की ब्याज दर भी कम करवा सकता है।
ऐसे में आज हम आपका पैसा कॉलम में जानेंगे कि-
- CIBIL स्कोर क्या होता है?
- अच्छा CIBIL स्कोर किसे कहते हैं?
- CIBIL स्कोर कैसे सुधारा जा सकता है?
- फ्री में CIBIL स्कोर कहां और कैसे चेक करें?

सवाल- CIBIL स्कोर क्या होता है?
जवाब- CIBIL स्कोर एक तीन अंकों की संख्या होती है, जो आपकी क्रेडिट हिस्ट्री यानी उधारी का रिकॉर्ड दिखाती है। यह स्कोर 300 से 900 के बीच होता है। स्कोर जितना ज्यादा होता, बैंक, NBFC कंपनियां या अन्य फाइनेंशियल संस्थान आपको उतना ही भरोसेमंद ग्राहक मानते हैं।
भारत में क्रेडिट स्कोर मुख्य रूप से CIBIL (Credit Information Bureau India Limited) तैयार करता है। इसके अलावा Experian, CRIF हाई मार्क और इक्विफैक्स जैसी संस्थाएं भी क्रेडिट स्कोर बनाती हैं। हालांकि, लोगों के बीच ‘CIBIL स्कोर’ ज्यादा प्रचलित है।
सवाल- लोन अप्रूवल में इसका क्या रोल होता है?
जवाब- जब आप लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन करते हैं, तो बैंक या NBFC कपंनियां सबसे पहले आपका CIBIL क्रेडिट रिपोर्ट चेक करती हैं।
क्रेडिट रिपोर्ट बताता है कि
- आपने पहले कभी लोन या क्रेडिट कार्ड लिया था या नहीं।
- आपने समय पर लोन पेमेंट किया या नहीं।
- आपके ऊपर कितना कर्ज है।
- आपने कितनी बार लोन के लिए अप्लाई किया है।
अगर आपका स्कोर अच्छा है, तो
- लोन जल्दी अप्रूव हो जाता है।
- ब्याज दर कम लगती है।
- ज्यादा लोन मिलने की संभावना होती है।
अगर स्कोर खराब है, तो
- लोन रिजेक्ट हो सकता है।
- ब्याज दर अधिक लग सकती है।
- लोन अमाउंट की लिमिट कम हो सकती है।
सवाल- अच्छा CIBIL स्कोर किसे कहते हैं?
जवाब- CIBIL स्कोर 300 से 900 तक की एक रेटिंग होती है जो आपकी क्रेडिट हिस्ट्री के आधार पर बनती है। 300 का स्कोर सबसे खराब और 900 सबसे अच्छा माना जाता है। आइए ग्राफिक के जरिए इसे समझते हैं।

सवाल- कम स्कोर वालों को क्या दिक्कतें हो सकती हैं?
जवाब- अगर आपका CIBIL स्कोर कम है, तो आपको कई तरह की परेशानियां हो सकती हैं। आइए, इन्हें एक-एक करके समझते हैं।
लोन रिजेक्ट हो सकता है: बैंक आपको ज्यादा जोखिम वाले ग्राहक मानते हैं।
ब्याज दर ज्यादा लगेगी: जितना ज्यादा रिस्क, उतनी ज्यादा ब्याज।
गारंटर या कोलैटरल की मांग: बैंक सुरक्षा के तौर पर किसी गारंटर को शामिल करने के लिए कह सकते हैं। या कौलेटरल की मांग (लोन के लिए संपत्ति गिरवी रखना) कर सकते हैं।
क्रेडिट कार्ड लिमिट कम मिलती है: क्रेडिट कार्ड कंपनियां कम क्रेडिट लिमिट देती हैं या क्रेडिट लिमिट नहीं बढ़ाती हैं।
बाजार में भरोसे की कमी: कई बार रेंट पर घर लेने, बड़ी खरीदारी करने या बिजनेस में पार्टनरशिप के वक्त भी लोग आपका स्कोर देख सकते हैं।
सवाल- CIBIL स्कोर कैसे सुधारा जा सकता है?
जवाब- CIBIL स्कोर को कुछ तरीकों को ध्यान में रखते हुए सुधारा जा सकता है। आइए इसे ग्राफिक के जरिए समझते हैं।

समय पर भुगतान करें
EMI, क्रेडिट कार्ड बिल या किसी भी कर्ज की किस्त को समय पर चुकाएं। एक दिन की देरी भी स्कोर खराब कर सकती है।
क्रेडिट कार्ड लिमिट का पूरा उपयोग न करें
अपनी क्रेडिट लिमिट का 30% से कम ही उपयोग करें। पूरा इस्तेमाल करने पर बैंक को लगता है कि आप लोन पर जरूरत से ज्यादा निर्भर हैं।
पुराने लोन बंद कर, क्लोजर रिपोर्ट लें
अगर आपने कोई पुराना लोन चुका दिया है, तो उसकी क्लोजर रिपोर्ट जरूर लें और सुनिश्चित करें कि उसे CIBIL में अपडेट किया गया हो।
बार-बार लोन के लिए अप्लाई न करें
जब आप लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई करते हैं, तो ‘हार्ड इन्क्वायरी’ होती है। बार-बार आवेदन करने से CIBIL स्कोर पर बुरा असर पड़ता है।
क्रेडिट मिक्स बनाएं
अगर आपके पास सिर्फ क्रेडिट कार्ड का ही रिकॉर्ड है, तो पर्सनल या कंज्यूमर लोन भी लें। इससे क्रेडिट मिक्स बेहतर बनता है, जो स्कोर सुधारने में मदद करता है।
जॉइंट अकाउंट्स पर नजर रखें
अगर आपने किसी रिश्तेदार या दोस्त के साथ जॉइंट लोन लिया है और वह समय पर भुगतान नहीं करता, तो उसका असर आपके स्कोर पर भी पड़ सकता है।
सवाल- CIBIL स्कोर कहां और कैसे चेक करें?
जवाब- अपना CIBIL स्कोर देखने के लिए लिए आप नीचे दिए गए विकल्पों का उपयोग कर सकते हैं।
CIBIL की आधिकारिक वेबसाइट
- वेबसाइट: https://www.cibil.com
- रजिस्ट्रेशन करें।
- PAN कार्ड नंबर, मोबाइल नंबर और ईमेल से लॉग-इन करें।
- OTP से वेरीफाई करें और स्कोर देखें।
बैंकिंग एप्स के जरिए
- HDFC, ICICI, एक्सिस, SBI, कोटक महिंद्रा जैसे बैंक अपने मोबाइल एप या नेटबैंकिंग पर फ्री स्कोर चेक करने की सुविधा देते हैं।
- यह स्कोर हर महीने अपडेट होता है।
फिनटेक कंपनियां
- बजाज फिनसर्व, पैसा बाजार, बैंक बाजार, वनस्कोर जैसे प्लेटफॉर्म पर भी फ्री स्कोर देख सकते हैं।
UPI एप्स
- आप UPI एप गूगल पे पर भी CIBIL स्कोर चेक कर सकते हैं।
- गूगल पे एप खोलें, सबसे नीचे की ओर स्क्रॉल करें।
- ‘मैनेज योर मनी’ सेक्शन में ‘चेक योर CIBIL स्कोर’ पर क्लिक करें।
- PAN कार्ड डिटेल्स डालें और CIBIL स्कोर देखें।
नोट: स्कोर चेक करने से आपका स्कोर खराब नहीं होता क्योंकि यह ‘सॉफ्ट इन्क्वायरी’ होती है। CIBIL स्कोर बार-बार लोन के लिए अप्लाई करने, क्रेडिट कार्ड लिमिट से अधिक यूज करने पर, ड्यू अमाउंट न भरने से, या समय से EMI भरने से खराब होता है।
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