Saturday, June 21, 2025
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भारत में विमानों की सुरक्षा के लिए बजट बहुत कम: हादसों की जांच और सिक्योरिटी एजेंसी को सालभर में सिर्फ ₹35 करोड़ मिले


नई दिल्ली1 घंटे पहले

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अहमदाबाद में हुए एअर इंडिया विमान हादसे के बाद संसदीय समिति की तरफ से पेश की गई एक रिपोर्ट चर्चा में आ गई है। मार्च में राज्यसभा में पेश की गई इस रिपोर्ट में बताया गया था कि विमान हादसों की जांच और एविएशन सुरक्षा के लिए फंडिंग में गड़बडियां हैं।

इंडिया टुडे के मुताबिक, टूरिज्म, ट्रांसपोर्ट और कल्चर मिनिस्ट्री की संसदीय स्थायी कमेटी की रिपोर्ट में कहा गया कि भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा एविएशन मार्केट है, लेकिन सिक्योरिटी इन्फ्रास्ट्रक्चर और विमान हादसों की जांच के लिए सिर्फ 35 करोड़ रुपए का फंड आवंटित किया गया है, जो काफी नहीं है।

टूरिज्म, ट्रांसपोर्ट और कल्चर मिनिस्ट्री की संसदीय स्थायी कमेटी की रिपोर्ट मार्च में राज्यसभा में पेश की गई थी।

टूरिज्म, ट्रांसपोर्ट और कल्चर मिनिस्ट्री की संसदीय स्थायी कमेटी की रिपोर्ट मार्च में राज्यसभा में पेश की गई थी।

रिपोर्ट ने एविएशन एजेंसियों को मिलने वाली फंडिंग पर सवाल उठाए थे

इस रिपोर्ट में कहा गया कि डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA), एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) और ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन सिक्योरिटी (BCAS) को जो बजट मिल रहा है वो बहुत कम है और उसके आवंटन में भी खामियां हैं।

रिपोर्ट के मुताबिक, वित्त वर्ष 2025-26 के लिए जहां DGCA को 30 करोड़ रुपए दिए गए, वहीं AAIB को सिर्फ 20 करोड़ रुपए और BCAS को केवल 15 करोड़ रुपए मिले।

समिति का सुझाव- AAIB और BCAS का बजट बढ़ाया जाए

समिति ने यह भी कहा कि भारत में एयरपोर्ट्स और यात्रियों की संख्या में तेजी से हो रहे इजाफे को देखते हुए AAIB और BCAS को ज्यादा बजट दिया जाना चाहिए। रिपोर्ट में कहा गया, वित्त वर्ष 2025-26 के बजट खर्च में प्रमुख एविएशन एजेंसियों के बीच फंड बांटे जाने में फर्क साफ नजर आता है।

रिपोर्ट के मुताबिक, एविएशन नियमों के अनुपालन और एयरलाइन्स की निगरानी की जिम्मेदारी वाले DGCA को कुल बजट का लगभग आधा हिस्सा यानी 30 करोड़ रुपए दिए गए हैं। इसे लेकर समिति ने सुझाव दिया कि इस फंड अलॉटमेंट की गहराई से समीक्षा होनी चाहिए।

रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि जहां नियमों का पालन सही तरीके से हो, इसके लिए फंड देना जरूरी है। लेकिन, ये भी ध्यान रखना चाहिए कि एविएशन इन्फ्रास्ट्रक्चर का तेजी से फैलाव हो रहा है। 2014 में 74 हवाई अड्डों से बढ़कर 2022 में 147 और 2024-25 तक 220 हवाई अड्डों का लक्ष्य रखा गया है। ऐसे में सुरक्षा और जांच संसाधनों में भी इजाफा किया जाना जरूरी है।

अहमदाबाद में 12 जून को हुआ था प्लेन क्रैश

अहमदाबाद में 12 जून को लंदन जाने वाली एअर इंडिया की फ्लाइट AI-171 उड़ान भरने के तुरंत बाद क्रैश हो गई थी। उड़ाने भरने के कुछ सेकेंड के भीतर ही विमान बीजे मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल की हॉस्टल बिल्डिंग पर गिर गया था। इसके बाद विमान में आग लग गई थी।

घटना में प्लेन सवार 229 यात्री, 10 क्रू और 2 पायलट समेत की मौत हुई है। प्लेन सवार एक यात्री जीवित बचा है। हॉस्टल में मौजूद 34 लोगों की भी जान गई है। कुछ स्थानीय लोग भी शामिल हैं।



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