2024 के भारतीय विधानसभा चुनावों में महाराष्ट्र और झारखंड ने महत्वपूर्ण राजनीतिक बदलावों का सामना किया। ABP-CVoter सर्वेक्षण और चुनावी परिणामों के अनुसार, इन दोनों राज्यों में भाजपा और अन्य प्रमुख राजनीतिक दलों के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा देखी गई, जिसके परिणामस्वरूप भाजपा ने महाराष्ट्र में भारी जीत हासिल की, जबकि झारखंड में क्षेत्रीय दलों ने अपनी पकड़ मजबूत की।
1. महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 में भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) और उसके सहयोगी दलों ने शानदार प्रदर्शन किया। इस चुनाव में 288 विधानसभा सीटों के लिए मतदान हुआ, और भाजपा के नेतृत्व वाले महा युति गठबंधन ने 235 सीटों पर जीत दर्ज की। भाजपा ने 132 सीटों के साथ भारी बढ़त हासिल की, जो उसके पिछले चुनावों के मुकाबले एक महत्वपूर्ण वृद्धि थी।
भा.ज.पा. की इस विजय को पार्टी के चुनावी रणनीति और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विश्वास का परिणाम माना जा रहा है। इस जीत से भाजपा को राज्य में अपनी राजनीतिक स्थिति मजबूत करने का अवसर मिलेगा, और आगामी लोकसभा चुनावों में इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
2. झारखंड विधानसभा चुनाव 2024
झारखंड में 2024 में तीन चरणों में विधानसभा चुनाव हुए, जिसमें कुल 81 विधानसभा सीटों के लिए मतदान हुआ। झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) ने सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरते हुए 34 सीटों पर जीत हासिल की। इसके साथ ही महागठबंधन (INDIA ब्लॉक) ने 56 सीटों पर जीत दर्ज की, जिसमें भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC), कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) (CPI(ML)L) और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) शामिल थे।
भा.ज.पा. ने इस चुनाव में केवल 21 सीटें हासिल की, जो पिछले चुनावों के मुकाबले काफी कम थी। झारखंड में क्षेत्रीय दलों की मजबूत उपस्थिति और उनकी चुनावी रणनीति ने राज्य के राजनीतिक परिदृश्य को बदल दिया। यह परिणाम दर्शाता है कि झारखंड में क्षेत्रीय पार्टियों का बड़ा प्रभाव है, और इन दलों की भूमिका राज्य की राजनीति में महत्वपूर्ण बन गई है।
3. चुनावी विश्लेषण और प्रभाव
महाराष्ट्र में भाजपा का शानदार प्रदर्शन यह दर्शाता है कि पार्टी की स्थिति राज्य में मजबूत बनी हुई है। महा युति गठबंधन की जीत से भाजपा को न केवल राज्य में बल्कि राष्ट्रीय राजनीति में भी महत्वपूर्ण लाभ मिल सकता है। इस चुनाव ने राज्य की राजनीति में भाजपा की लीडरशिप और प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता को और पुख्ता किया है।
झारखंड में JMM और महागठबंधन की जीत ने यह साबित कर दिया है कि राज्य में क्षेत्रीय दलों का एक मजबूत जनाधार है। इन दलों ने न केवल स्थानीय मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया, बल्कि राज्य की सियासी बिसात पर अपनी स्थिति मजबूत की। इससे कांग्रेस और भाजपा जैसी राष्ट्रीय पार्टियों के लिए राज्य में अपनी पकड़ बनाए रखना और भी चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
4. निष्कर्ष
महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 के परिणाम भारतीय राजनीति में नए दिशा संकेत दे रहे हैं। महाराष्ट्र में भाजपा की भारी जीत ने पार्टी के लिए राज्य में राजनीतिक स्थिरता और विश्वास को और बढ़ाया है, जबकि झारखंड में क्षेत्रीय दलों की विजय ने यह सिद्ध किया कि राज्य की राजनीति अब अधिक लोकल और क्षेत्रीय दृष्टिकोण से प्रभावित हो रही है।
इन चुनावों के परिणाम भविष्य में राज्य की राजनीति और आगामी चुनावों पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकते हैं। भाजपा को महाराष्ट्र में मिली बड़ी जीत को देखते हुए अब यह देखना होगा कि कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल अपनी रणनीतियों को कैसे बदलते हैं, और वे अपनी खोई हुई सीटों को कैसे हासिल करते हैं।