नई दिल्ली. ऐपल ने चीन से अपने उत्पादन को धीरे-धीरे कम करते हुए भारत में अपने iPhone मैन्युफैक्चरिंंगको बढ़ाया है. इसका असर यह हुआ है कि अप्रैल महीने में भारत से iPhone का निर्यात 116% बढ़ गया है. विशेषज्ञों का मानना है कि ऐपल का ये कदम भारत के लिए एक बड़ा मौका है. इससे न केवल भारत की अर्थव्यवस्था को फायदा होगा, बल्कि रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे.
Apple Inc की रिपोर्ट के अनुसार अमेरिकी बाजार के लिए iPhone असेंबली को चीन से भारत में शिफ्ट करने के बाद अप्रैल में भारत से निर्यात होने वाले आईफोन में भारी वृद्धि हुई है. कंपनी के तीन विक्रेताओं ने सरकार को जो रिपोर्ट दी है, उसके अनुसार अप्रैल में ₹17,219 करोड़ से अधिक के आईफोन भारत से निर्यात किए गए. ये पिछले साल के इसी महीने के मुकाबले 116 प्रतिशत ज्यादा है. पिछले साल इसी महीने में भारत से निर्यात होने वाले आईफोन का आंकडा ₹7,971 करोड़ पर पहुंचा था.
टिम कुक ने की थी पहले ही घोषणा
आंकड़े भले ही अभी साबके सामने आए हों, लेकिन Apple के सीईओ टिम कुक ने इसकी घोषणा दूसरी तिमाही की आय कॉल के दौरान ही कर दी थी. Apple ने कहा था कि इस तिमाही से, अमेरिकी बाजार के लिए अधिकांश iPhones भारत से भेजे जाएंगे. अप्रैल में चेन्नई से शिकागो के लिए कई विमान लोड iPhones भेजे गए थे.
अब जब अमेरिकी निर्यात भारत से पूरा किया जा रहा है, तो Apple ने उत्पादन और निर्यात दोनों को पिछले साल के अप्रैल की तुलना में काफी बढ़ा दिया है.
लगातार बढ़ रहा प्रोडक्शन और निर्यात
अप्रैल 2023 में भारत में Apple के उत्पादन का तीसरा साल था. इस साल कंपनी के विक्रेताओं ने ₹8,772 करोड़ के iPhones बनाए, जिनमें से लगभग 57 प्रतिशत यानी ₹4,987 करोड़ के iPhones निर्यात किए गए. वहीं अप्रैल 2024 में उत्पादन में 24 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई. ये बढ़कर ₹10,894 करोड़ हो गया. वहीं निर्यात 73 प्रतिशत यानी ₹7,971 करोड़ रहा.
अप्रैल 2025 की बात करें तो कुल उत्पादन मूल्य (निर्यात और घरेलू) लगभग दोगुना होकर ₹21,400 करोड़ हो गया, जिसमें से 81 प्रतिशत, यानी लगभग ₹17,300 करोड़ भारत से निर्यात किया गया, जिनमें से अधिकांश अमेरिका को भेजा गया.
Apple को पहले से थी टैरिफ बढ़ने की संभावना
भले ही ऐपल ने चीन से आईफोन प्रोडक्शन का डेरा अभी उठाया हो, पर उसने दिसंबर 2024 में ही भांप लिया था कि टैरिफ में बदलाव हो सकते हैं और इसलिए उसने भारत में आईफोन का प्रोडक्शन और निर्यात बढ़ा दिया था. Apple ने दिसंबर 2024 से निर्यात में लगातार वृद्धि की है, जो मार्च में चरम पर पहुंच गया जब टैरिफ लागू हुए.
तीन महीने के लिए जीरो प्रतिशत शुल्क
अमेरिकी सरकार ने चीन से स्मार्टफोन आयात पर 20 प्रतिशत शुल्क लगाया है, जबकि भारत से निर्यात पर तीन महीने के लिए कोई शुल्क नहीं है. विशेषज्ञों का कहना है कि सबसे खराब स्थिति में भी यह शुल्क 10 प्रतिशत तक बढ़ सकता है, जो कि सभी वस्तुओं पर लागू होने वाला आधार शुल्क है. हालांकि, भारत और अमेरिका के बीच एक द्विपक्षीय व्यापार समझौता भी हो रहा है, जो अब अंतिम चरण में है और इससे स्थिति और बेहतर हो सकती है.