गाजा/तेल अवीव: हमास के प्रवक्ता अबू ओबैदा ने हाल ही में इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और इजरायली सैन्य प्रमुख को कड़ी धमकी दी है। इस बीच, एक बंधक की मां ने नेतन्याहू के खिलाफ खुली चुनौती देते हुए कहा कि वह अपने बेटे को वापस लाने के लिए प्रधानमंत्री से जवाबदेही मांगेंगी।
अबू ओबैदा की धमकी:
हमास के सैन्य विंग, अल-कसम ब्रिगेड के प्रवक्ता अबू ओबैदा ने एक वीडियो संदेश में कहा:
“नेतन्याहू और इजरायली सेना को हमारे धैर्य की परीक्षा न लेनी चाहिए। यदि सैन्य कार्रवाई जारी रहती है, तो हम बड़े नुकसान पहुंचाने में संकोच नहीं करेंगे।”
उन्होंने यह भी कहा कि हमास के पास इजरायल के खिलाफ नई रणनीति और सामरिक जवाब तैयार हैं।
- यह बयान ऐसे समय आया है जब गाजा पट्टी में इजरायली हमलों से तनाव चरम पर है।
बंधकों की स्थिति:
इजरायल और हमास के बीच संघर्ष के दौरान कई इजरायली नागरिकों को हमास ने बंधक बना लिया था। इनमें से कुछ बंधकों की रिहाई हुई है, लेकिन बड़ी संख्या में अभी भी गाजा में फंसे हुए हैं।
बंधक की मां का संकल्प:
एक बंधक की मां, जिसने हाल ही में नेतन्याहू की नीतियों पर सवाल उठाया, ने कहा:
“मेरा बेटा अभी भी हमास के कब्जे में है। मैं प्रधानमंत्री नेतन्याहू से यह पूछूंगी कि उन्होंने अब तक बंधकों की सुरक्षित वापसी के लिए क्या किया है।”
उन्होंने आगे कहा:
“मैं चुप नहीं बैठूंगी। जब तक मेरा बेटा वापस नहीं आता, मैं नेतन्याहू से जवाबदेही की मांग करती रहूंगी।”
इजरायली सरकार का रुख:
प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने कहा है कि उनकी सरकार:
- बंधकों की सुरक्षित वापसी के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है।
- हमास के खिलाफ सैन्य कार्रवाई को तेज करते हुए सुरक्षा को प्राथमिकता देगी।
नेतन्याहू ने कहा:
“हम अपने नागरिकों को सुरक्षित वापस लाने के लिए हरसंभव कूटनीतिक और सैन्य समाधान पर काम कर रहे हैं।”
इजरायल-हमास संघर्ष का मौजूदा परिदृश्य:
- इजरायली हमले:
इजरायल ने गाजा में हमास के ठिकानों पर लगातार हवाई हमले जारी रखे हैं। - हमास का जवाब:
हमास ने इजरायली इलाकों में रॉकेट हमले और अन्य हमले तेज कर दिए हैं। - बंधकों की चिंता:
इजरायली सरकार पर बंधकों की सुरक्षित वापसी का दबाव बढ़ता जा रहा है, खासकर उन परिवारों की तरफ से जिनके परिजन हमास के कब्जे में हैं।
विशेषज्ञों की राय:
- सामरिक विश्लेषकों का मानना है कि अबू ओबैदा की धमकी और इजरायल पर बंधकों की सुरक्षित वापसी का दबाव नेतन्याहू सरकार को कूटनीतिक और सैन्य दोनों स्तरों पर चुनौती दे रहा है।
- लंबे संघर्ष से इजरायली नागरिकों में निराशा बढ़ रही है, और नेतन्याहू के लिए यह राजनीतिक संकट का रूप ले सकता है।
सोशल मीडिया की प्रतिक्रिया:
- बंधकों के परिवार:
कई परिवार सोशल मीडिया पर अपनी निराशा और आक्रोश जाहिर कर रहे हैं। - अबू ओबैदा की धमकी:
इजरायली नागरिकों ने इसे हमास की खाली धमकी बताया और अपनी सेना पर विश्वास जताया।
भविष्य की संभावनाएं:
- सैन्य तनाव में वृद्धि:
हमास और इजरायल के बीच सैन्य टकराव और तेज हो सकता है। - बंधकों की वापसी:
इजरायल को अब कूटनीतिक वार्ता और अंतरराष्ट्रीय दबाव के जरिए बंधकों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करनी होगी। - राजनीतिक दबाव:
नेतन्याहू सरकार पर आंतरिक दबाव बढ़ेगा, जिससे उनकी नीतियों और नेतृत्व पर सवाल खड़े हो सकते हैं।
निष्कर्ष:
अबू ओबैदा की धमकी और बंधकों के परिवारों की बढ़ती निराशा ने इजरायल के लिए सुरक्षा और कूटनीतिक चुनौतियों को बढ़ा दिया है। प्रधानमंत्री नेतन्याहू को अब अपनी रणनीति पर स्पष्टता दिखानी होगी ताकि बंधकों की सुरक्षित वापसी और राष्ट्रीय सुरक्षा दोनों सुनिश्चित की जा सके।