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Madhukamini Benefits: मधुकामिनी, जिसे ‘ऑरेंज जैस्मीन’ भी कहते हैं, गर्मी में खिलने वाला सफेद फूल है जो संतरे जैसी खुशबू देता है. यह पौधा कम रखरखाव में 4-5 साल तक फूल देता है. इस घर में लगाने से तन-मन ताजा रहता …और पढ़ें

कहते हैं स्वर्ग से धरती पर सिर्फ तीन फूल आए- अपराजिता, पारिजात और मधुकामिनी. इनमें से मधुकामिनी ऐसा फूल है जो सिर्फ महकता नहीं, बल्कि आपके जीवन को भी महका देता है. गर्मी के मौसम में खिलने वाला ये फूल नजाकत, खुशबू और फायदे तीनों में अव्वल है.

सफेद फूल, नारंगी खुशबू! मधुकामिनी का असली नाम है मुराया पैनीकुलेटम, लेकिन इसे ‘ऑरेंज जैस्मीन’ के नाम से भी जाना जाता है. इसके फूल भले ही सफेद हों, लेकिन इनमें संतरे जैसी खुशबू होती है जो पूरे माहौल को ताजगी से भर देती है. इसकी खास बात यह है कि ये दिन-रात महकते हैं बिना थके, बिना रुके.

एक बार लगाया, सालों तक महकाया: अगर आप ऐसे पौधे की तलाश में हैं जिसे बार-बार संभालने की जरूरत न पड़े, तो मधुकामिनी आपके लिए परफेक्ट है.एक बार इसे घर की बालकनी या गमले में लगा दिया जाए, तो 4-5 साल तक लगातार फूल देता है. न पानी की ज्यादा ज़रूरत, न खास मिट्टी की, कम रखरखाव में भी ये पौधा हर मौसम में खिला-खिला रहता है.

वास्तु से आयुर्वेद तक, हर जगह असरदार: माना जाता है कि मधुकामिनी घर में सकारात्मक ऊर्जा लाता है. इसके फूलों को अगर बेडरूम में रखा जाए तो दाम्पत्य जीवन में मिठास बनी रहती है. और हां, अगर सांस या गले से जुड़ी कोई तकलीफ है तो इसकी दो पत्तियां उबाल कर पी लीजिए आराम महसूस होगा.

सुंदरता ही नहीं, संस्कृति भी समेटे है: इस फूल की खासियत सिर्फ इसकी खुशबू या फायदे तक सीमित नहीं है. इसे भारत के अलग-अलग हिस्सों में अलग नामों से जाना जाता है. तमिल में वेंगराए, तेलुगु में नागागोलुंग, मराठी में कुंती और मणिपुरी में कामिनी कुसुम.

विवाह मंडपों की सजावट से लेकर धार्मिक अनुष्ठानों तक, मधुकामिनी हर जगह अपनी उपस्थिति दर्ज कराती है. तो अगली बार जब फूलों की बात हो, तो सिर्फ गुलाब या मोगरे पर न अटकिए- मधुकामिनी को भी याद रखिए. हो सकता है ये फूल आपके जीवन की महक बदल दे!
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