सहारनपुर: आज की तेज रफ़्तार ज़िंदगी में मोटापा और डायबिटीज (शुगर) जैसी बीमारियां आम होती जा रही हैं. लोग इन्हें कंट्रोल करने के लिए महंगी दवाओं और इंसुलिन इंजेक्शन का सहारा ले रहे हैं, लेकिन अब सहारनपुर से एक अच्छी खबर आई है. यहां एक ऐसा पौधा तैयार किया जा रहा है, जो इन दोनों बीमारियों को काबू में रखने में मददगार साबित हो रहा है. हम बात कर रहे हैं इंसुलिन के पौधे (Insulin Plant) की, जिसे सहारनपुर के प्रकृति कुंज में तैयार किया जा रहा है.
कैसे करता है यह पौधा काम?
प्रकृति कुंज के संचालक आचार्य राजेंद्र अटल ने बताया कि आजकल लोगों की इम्युनिटी कमजोर हो रही है, जिससे शरीर में शुगर की मात्रा बढ़ जाती है और मोटापा भी बढ़ने लगता है. यही वजह है कि लोग डायबिटीज के शिकार हो जाते हैं. जब शुगर का स्तर बेहद बढ़ जाता है, तो डॉक्टर मरीज को इंसुलिन देते हैं. लेकिन यह एक केमिकल फॉर्म होती है, जो लंबे समय तक इस्तेमाल करने पर साइड इफेक्ट भी दे सकती है.
एक पौधा, कई फायदे
इंसुलिन का एक पौधा लगाने पर समय के साथ उसमें से और पौधे भी निकलने लगते हैं. रोजाना इसकी 2-3 पत्तियां सुबह, दोपहर और शाम खाने में इस्तेमाल की जा सकती हैं. यह न सिर्फ शरीर को स्वस्थ रखता है बल्कि पर्यावरण को भी बेहतर बनाता है.
एक छोटा कदम, बड़ी राहत
मात्र ₹50 का यह छोटा सा पौधा आपकी दवाओं पर निर्भरता को कम कर सकता है और आपकी सेहत को बेहतर बना सकता है. अगर आप या आपके परिवार में कोई मोटापा या शुगर की परेशानी से जूझ रहा है, तो यह पौधा आपके लिए बेहद फायदेमंद हो सकता है.