मथुरा में मिट्टी का टीला ढहने से उस पर बने 8 मकान अचानक भरभराकर गिर गए। हादसे में कई लोग मलबे में दब गए।
मथुरा में रविवार को बड़ा हादसा हो गया। यहां गोविंद नगर इलाके में 8 से अधिक मकान अचानक भरभराकर गिर गए। इसमें 12 से ज्यादा लोग दब गए। हादसे के बाद मोहल्ले में भगदड़ मच गई। लोगों को समझ ही नहीं आ रहा था कि क्या हुआ। आसपास के लोगों की सूचना पर नगर निगम, प्
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रेस्क्यू के दौरान मकान के मलबे में दबे युवक को लोगों ने बाहर निकाला और जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। युवक की पहचान तोताराम (38) पुत्र बजरंग लाल सैनी के रूप में हुई।
बता दें यह सभी मकान एक मिट्टी के टीले पर बने हुए थे। अचानक मिट्टी धसक गई। इसके बाद एकाएक मकान भरभराकर गिरते चले गए। ज्यादातर मकानों की छत और दीवारें टूट गईं। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि ऐसा लगा जैसा भूकंप आ गया हो।
पलभर में एक के बाद एक 8 मकान गिर गए। अंदर के लोगों को बाहर भागने तक का वक्त नहीं मिला। अभी मलबे में कितने लोग दबे हैं, इसका सही आंकड़ा सामने नहीं आया है। अफसरों का कहना है कि फिलहाल मलबा हटाया जा रहा है। जो घर गिर गए हैं, उनके परिवारों में मिसिंग लोगों के बारे में पूछा जा रहा है। हादसा, दोपहर 12 बजे के करीब हुआ। ऐसे में ज्यादातर लोग घरों में ही थे।
हादसे की 5 तस्वीरें देखिए…




मकान के मलबे में दबे युवक को लोग अस्पताल लेकर पहुंचे जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया गया।
मेरा तो सब कुछ खत्म हो गया तोताराम के पिता बजरंग लाल सैनी ने बताया- सुनील चेन के बाड़े में जेसीबी से मिट्टी की खुदाई हो रही थी। तभी मकान सभी मकान गिरे हैं। इसमें मेरा बेटा तोताराम दब गया है। उसे डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया है। जबकि मेरी दो बेटियां और दबी हैं। मेरा तो सब कुछ खत्म हो गया।
अभी तक दबे लोगों की सूचना नहीं मिली है: पूर्व पार्षद पूर्व पार्षद हेमंत ने बताया-मथुरा-वृंदावन नगर निगम का वार्ड का 58 का क्षेत्र है। स्थानीय लोगों का कहना है कि कुछ निर्माण कार्य चल रहा था। इसी के चलते टीला ढह गया है। इसमें कुछ लोग दबे हैं लेकिन अभी तक कोई मिला नहीं है। प्रशासन और नगर निगम की टीम मौके पर पहुंच गई है।
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