IMD Today Weather: दक्षिण-पश्चिम मानसून ने इस बार समय से पहले दस्तक दे दिया था. बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में लो प्रेशर और डिप्रेशन बनने की वजह से केरल, महाराष्ट्र, गोवा से लेकर नॉर्थईस्ट स्टेट में कई दिनों तक ताबड़तोड़ बारिश हुई थी. केरल और पूर्वोत्तर में हालात काफी गंभीर हो गई. बाढ़ और लैंडस्लाइड की वजह से व्यापक पैमाने पर जानमाल का नुकसान हुआ. अब मूसलाधार बारिश का दौर थमने से लाखों लोगों ने राहत की सांस ली है. असम, मणिपुर जैसे राज्यों में बाढ़ के पानी का निकलना शुरू हुआ है. जमीन धंसने या फिर खिसकने की घटनाएं भी कम हुई हैं. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने फिलहाल मौसम के सामान्य बने रहने का पूर्वानुमान जताया है. मौसम विज्ञानियों ने राजस्थान, यूपी समेत कई राज्यों में हीट-वेव चलने का अलर्ट जारी किया है. राजस्थान के जैसलमेर में 7 जून 2025 को पारा 45 डिग्री को पार कर गया. दिल्ली-एनसीआर में भी लोगों को भीषण गर्मी का सामना करना पड़ रहा है.
10 जून से भारी बरसात
उत्तर प्रदेश में गर्मी की मार
स्काईमेट वेदर के अनुसार, उत्तर भारत के मैदानों विशेष रूप से उत्तर प्रदेश में प्री-मानसून सीज़न का अंत अच्छी बारिश के साथ हुआ था. राज्यभर में समय पर और व्यापक वर्षा हुई, लेकिन 1 जून को दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगमन के बाद से बारिश की गतिविधि अचानक से कम हो गई है. 1 से 5 जून के बीच उत्तर प्रदेश में वर्षा बहुत कम दर्ज की गई है. पूर्वी उत्तर प्रदेश में 58% और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 45% की भारी कमी देखी गई है. मौसम विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले 5 दिनों तक बारिश की उम्मीद नहीं है, जिससे यह कमी और अधिक बढ़ सकती है. राज्य के अधिकांश हिस्सों में दिन का तापमान धीरे-धीरे बढ़ेगा. पहले से ही प्रयागराज और वाराणसी जैसे शहरों में पारा 40°C तक पहुंच चुका है. आने वाले दिनों में झांसी, महोबा, ललितपुर, बांदा, चित्रकूट, गाज़ीपुर, जौनपुर, प्रतापगढ़, लखनऊ, कानपुर, कन्नौज, रायबरेली, आगरा, हाथरस और अलीगढ़ जैसे ज़िलों में भी तापमान 40°C के आसपास रह सकता है. 11 जून से मौसम में बदलाव की संभावना है.