53 मिनट पहलेलेखक: शशांक शुक्ला
- कॉपी लिंक
घर में चींटियों का आना एक बड़ी मुसीबत है। जरा सी लापरवाही होने पर उनकी लंबी कतार पूरे घर में फैल जाती है। किचन में रखी मिठाई हो या डाइनिंग टेबल पर रखा खाने का सामान, ये अचानक ही झुंड में आ धमकती हैं।
हालांकि, ये सिर्फ खाने-पीने की चीजों तक ही सीमित नहीं रहती हैं। कई बार तो ये चींटियां बिस्तर, कपड़ों और अलमारियों में पहुंच जाती हैं। ऐसे में कपडे़ पहनते या बिस्तर पर बैठते ही काटने लगती हैं।
इनमें पाया जाने वाले फॉर्मिक एसिड जहर की वजह से स्किन पर लाल चकत्ते बन जाते हैं। जिससे जलन व खुजली होने लगती है। हालांकि, हमें समझ नहीं आता है कि इनसे छुटकारा कैसे पाया जाए।
आज हम जीवन को आसान बनाएं कॉलम में इसी बारे में बात करेंगे और जानेंगे कि-
- घर में चींटियां क्यों आती हैं?
- इनसे छुटकारा कैसे पाएं?
सवाल- घर में चींटियां क्यों आती हैं? हम ऐसी कौन-सी गलतियां करते हैं जो उन्हें आकर्षित करती हैं?
जवाब- साफ-सफाई की कमी, गंदगी, खाना छोड़ने और अन्य कई कारणों से घर में चींटियां आती हैं। आइए इसे ग्राफिक के जरिए समझते हैं।

आइए ग्राफिक्स के कुछ प्वाइंट्स को विस्तार से समझते हैं
पहले ‘जासूस’ चींटियां दौरा करती हैं
चींटियों के झुंड में आने से पहले स्काउट या जासूस चींटियां आती हैं। ये चींटियां आसपास घूमकर खाना ढूंढ़ती हैं। जैसे ही इन्हें खाना मिलता है, ये अपनी कॉलोनी में लौटती हैं और फेरोमोन ट्रेल बनाकर रास्ता बताती हैं। फिर उसी रास्ते से सैकड़ों चींटियां आकर उस खाने को उठाकर ले जाती हैं।
इंसानों से चार गुना तेज होती है सूंघने की क्षमता
चींटियों की सूंघने की क्षमता इंसानों की तुलना में चार से पांच गुना ज्यादा होती है। उनकी एंटीना यानी छोटी-छोटी मूंछें उनकी नाक की तरह काम करती हैं, जो बहुत हल्की-सी गंध भी पकड़ सकती हैं।
नमी वाली जगह चींटियों के लिए ‘सेफ हाउस’
चींटियों को ठंडी और नम जगहें बहुत पसंद होती हैं। बाथरूम, वॉश बेसिन के नीचे, पानी के लीकेज वाले कोने, किचन सिंक और दीवारों की सीलन भरी उनके छिपने और कॉलोनी बनाने के लिए मुफीद होती है।
घर इनके लिए सुरक्षित जगह होता है
घरेलू चींटियां धूप, सर्दी और बारिश नहीं सह पाती हैं। हमारा घर इन चींटियों को बारिश, धूप और सर्दियों से बचाता है। ऐसे में चींटियां हमारे घर को अपना घर भी बना लेती हैं।
सवाल- घर में चींटियां न आएं, इसके लिए हम क्या सावधानी बरत सकते हैं?
जवाब- घर में चींटियां आ रही हैं तो इन्हें रोकने के लिए हमें कुछ सावधानी बरतने की जरूरत होती है। आइए इन तरीकों को ग्राफिक के जरिए समझते हैं।

घर के दीवारों की दरारें भरें
चींटियां अक्सर घर की दीवारों के बीच मौजूद दरारों में अपना घर बना लेती हैं। ऐसे में घर में मौजूद इन दरारों को प्लास्टिक कोटिंग के जरिए भरें। इन दरारों में आप केमिकल पेंटिंग भी करा सकते हैं।
फर्श और टाइल्स की दरारें सील करें
फर्श और टाइल्स के बीच की दरारों के बीच भी चींटियां अपनी कॉलोनी बना सकती हैं। ऐसे में फर्श के दरारों को सीमेंट और टाइल्स की दरारों को व्हाइट सीमेंट की मदद से सील करें।
खिड़कियां और दरवाजे ठीक करवाएं
घर में लगी हुई खिड़कियों और दरवाजों में कई बार हल्की दरार बन जाती हैं। खासतौर से जब दरवाजे प्लाईवुड और लकड़ियों के बने होते हैं। इन दरारों में चींटियां कॉलोनी बना लेती हैं। ऐसे में दरवाजों को पेंटिंग कोटिंग के जरिए ठीक करवाएं।
सवाल- घर में चींटियां आ रही हैं तो उन्हें भगाने के तरीके क्या हैं?
जवाब- चींटियों से छुटकारा पाने या उन्हें भगाने के लिए हम कुछ तरीके अपना सकते हैं। इसमें कुछ घरेलू नेचुरल और घरेलू तरीके अपना सकते हैं। आइए इसे ग्राफिक के जरिए समझते हैं।

आइए इन हैक्स के इस्तेमाल का तरीका समझते हैं
विनेगर स्प्रे का इस्तेमाल करें
चींटियां फेरोमोन ट्रेल से रास्ता बनाती हैं। इस ट्रेल को मिटाने के लिए खिड़की, दरवाजे, कोनों और जहां चींटियां दिखें, वहां विनेगर और पानी के घोल को 50-50 के अनुपात में स्प्रे करें। इससे चींटियां नहीं आएंगी।
एसेंशियल ऑयल का इस्तेमाल करें
टी ट्री ऑयल, पेपरमिंट ऑयल, यूकेलिप्टस, लैवेंडर ऑयल जैसे एसेंशियल ऑयल की सुगंध चींटियां को पसंद नहीं होती है। इसकी खुशबू से उन्हें रास्ता खोजने में मुश्किल होती है। ऐसे में आप इसे उनके रास्ते पर छिड़क सकते हैं।
नींबू का रस
आप नींबू या चकोतरे के छिलकों को बचाकर घर के दरवाजों, खिड़कियों और एंट्री प्वाइंट्स पर रख सकते हैं। ये बिना नुकसान पहुंचाए चींटियों को दूर रखने में मदद करते हैं।
दालचीनी और कॉफी
कॉफी बनाएं और उसके बचे हुए गीले कॉफी के पाउडर को जहां चींटियां दिखती हैं वहां एक मोटी रेखा बनाते हुए बिखेर दें। हालांकि, यह तभी तक कारगर है जब तक कॉफी गीली रहती है। ऐसे में सूखने के बाद इस उपाय को दोबारा अपनाएं।
बेकिंग सोडा और चीनी
दोनों का पाउडर मिलाकर चींटियों के रास्तों पर छिड़कें। यह धीमे जहर का काम करता है, चींटियां इसे लेकर कॉलोनी में जाती हैं, जहां सारी चींटियां इसे खाकर कुछ घंटों में मर जाती हैं।
लाल मिर्च पाउडर
जहां से चींटियां आती-जाती हों, वहां लाल मिर्च पाउडर छिड़कें। इसकी तीखी गंध उन्हें दूर रखती है।
टैल्कम पाउडर
चींटियों को टैल्कम पाउडर की गंध पसंद नहीं होती है। साथ ही इस पर चलने से उनके फेरोमोन ट्रेल को मिट जाते हैं।
गर्म पानी
अगर चींटियों का घोंसला मिल जाए तो उसमें उबलता हुआ पानी डालें। इससे उनकी पूरी कालोनी खत्म हो जाती है।
डिश सोप और पानी
डिश सोप को पानी में मिलाकर उनके ट्रेल्स पर स्प्रे करें। इससे चींटियां अपना रास्ता भूल जाती हैं। डिश सोप स्प्रे से चींटियों को नुकसान पहुंचाता है और उन्हें खत्म करता है।
सुहागा और चीनी
सुहागा और पिसी हुई चीनी का मिश्रण उनके लिए जानलेवा होता है। सुहागा उनके लिए धीमे जहर की तरह काम करता है। श्रमिक चींटियां इसे खाना समझकर कॉलोनी में लेकर जाती हैं और जब चींटियां इसे खाती हैं तो पूरी कॉलोनी खत्म हो जाती है।
चाक
चाक में मौजूद तत्व चींटियों के फेरोमोन ट्रेल को मिटा देते हैं, जिससे वे भ्रमित हो जाती हैं। इसलिए चींटियां चाक पर चलने से बचती हैं।
पेस्ट कंट्रोलर
अगर घरेलू उपाय काम न करें तो परेशान होने की बजाय, किसी पेशेवर पेस्ट कंट्रोलर की मदद लें।
……
लाइफ हैक्स से जुड़ी यह खबर भी पढ़ें
जीवन को आसान बनाएं- आप भी हैं छिपकलियों से परेशान: इन 5 कारणों से घर में आती हैं छिपकलियां, भगाने के लिए अपनाएं 10 उपाय

हमारे घर-परिवार में कई लोग ऐसे होते हैं, जिन्हें छिपकली से डर लगता है। इस डर को हर्पेटोफोबिया कहा जाता है। हर्पेटोफोबिया में लोगों को छिपकली और सांप जैसे रेप्टाइल्स से डर लगता है। पूरी खबर पढ़ें