भारत के डीजीएमओ और पाकिस्तान के डीजीएमओ के बीच बातचीत
भारत और पाकिस्तान के डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस (DGMO) ने सैन्य कार्रवाई और गोलीबारी रोकने के लिए दोनों पक्षों के बीच 10 मई को बनी सहमति के विभिन्न पहलुओं पर सोमवार को विचार-विमर्श किया। हॉटलाइन पर भारत के डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई और पाकिस्तान के डीजीएमओ जनरल कासिम अब्दुल्ला की यह बातचीत पहले दोपहर 12 बजे होनी थी।
सोमवार शाम पांच बजे हुई बातचीत
हालांकि, दोनों देशों के डीजीएसएमओ के बीच 12 मई को शाम 5:00 बजे हॉटलाइन पर बातचीत हुई। युद्धविराम को जारी रखने से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की गई कि दोनों पक्षों को एक भी गोली नहीं चलानी चाहिए। एक-दूसरे के खिलाफ कोई आक्रामक और शत्रुतापूर्ण कार्रवाई शुरू नहीं करनी चाहिए। इस बात पर भी सहमति हुई कि दोनों पक्ष सीमाओं और अग्रिम क्षेत्रों से सैनिकों की संख्या में कमी सुनिश्चित करने के लिए तत्काल उपायों पर विचार करें।
शनिवार को युद्धविराम रोकने की सहमति बनी
दोनों डीजीएमओ के बीच शनिवार को हुई बातचीत के बाद सैन्य कार्रवाई और गोलीबारी रोकने के लिए सहमति की घोषणा की गई। यद्यपि शनिवार रात को पाकिस्तानी सेना द्वारा सहमति का उल्लंघन करने के मामले सामने आए, लेकिन रविवार रात को ऐसी कोई घटना नहीं हुई।
जम्मू-कश्मीर और अंतरराष्ट्रीय सीमा में शांति
सेना ने एक संक्षिप्त बयान में कहा, ‘जम्मू कश्मीर और अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगे अन्य क्षेत्रों में रात कुल मिलाकर शांतिपूर्ण रही।’ इसमें कहा गया, ‘किसी घटना की सूचना नहीं मिली है, जो हाल के दिनों में पहली शांत रात है।’
ऑपरेशन सिंदूर को लेकर सेना की प्रेस कॉन्फ्रेंस
डीजीएमओ की बात से कुछ घंटे पहले भारतीय सेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। इसमें ऑपरेशन सिंदूर के विभिन्न पहलुओं पर जोर डाला गया। वायु अभियान महानिदेशक एयर मार्शल ए.के.भारती ने कहा, ‘हमने दोहराया है कि हमारी लड़ाई आतंकवादियों और (पाकिस्तान में) उनके बुनियादी ढांचे के खिलाफ थी। हालांकि, यह दुख की बात है कि पाकिस्तानी सेना ने हस्तक्षेप करने और आतंकवादियों का समर्थन करने का फैसला किया, जिसके कारण हमें उसी तरह जवाब देने के लिए मजबूर होना पड़ा।’
भारत ने पाकिस्तान के कई आतंकी कैंप किए तबाह
भारत ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में ऑपरेशन सिंदूर के तहत 6 और 7 मई की दरमियानी रात आतंकी ढांचे पर सटीक हमले किए। भारतीय कार्रवाई के बाद पाकिस्तान ने 8, 9 और 10 मई को भारतीय सैन्य ठिकानों पर हमला करने का प्रयास किया।
(भाषा के इनपुट के साथ)