Monday, June 16, 2025
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जरूरत की खबर- फ्राइड फूड्स सेहत के लिए खतरा: बढ़ता 8 गंभीर बीमारियों का रिस्क, तला-भुना खाने की आदत छोड़ने के 13 टिप्स


4 घंटे पहलेलेखक: शिवाकान्त शुक्ल

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फ्रेंच फ्राइज हों, समोसे हों या पकौड़े, इनका जिक्र आते ही मुंह में पानी आ जाता है। लेकिन ये खाने में जितने स्वादिष्ट होते हैं, हमारी सेहत के लिए उतने ही खतरनाक साबित हो सकते हैं।

फ्राइड फूड्स में मौजूद ट्रांस फैट, हाई कैलोरी और पाम ऑयल न केवल वजन तेजी से बढ़ाते हैं, बल्कि ये हार्ट डिजीज, डायबिटीज, पाचन संबंधी समस्याएं और यहां तक कि कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा भी बढ़ाते हैं। हालांकि कुछ आसान तरीकों से फ्राइड फूड्स खाने की आदत को काफी हद तक कंट्रोल किया जा सकता है।

ताे चलिए, आज जरूरत की खबर में बात फ्राइड फूड्स की। साथ ही जानेंगे कि-

  • फ्राइड फूड्स हमारी सेहत के लिए कितने नुकसानदायक हैं।
  • इसे खाने की आदत काे कैसे कंट्रोल किया जा सकता है?

एक्सपर्ट: डॉ. अली शेर, कंसल्टेंट इंटरनल मेडिसिन, अपोलो स्पेक्ट्रा हॉस्पिटल, दिल्ली

सवाल- फ्राइड फूड्स क्या होते हैं?

जवाब- खाने के जिस आइटम को खौलते तेल में पूरी तरह डुबोकर पकाया जाता है तो उसे ही फ्राइड फूड कहते हैं। इस प्रक्रिया में खाना डिहाइड्रेट हो जाता है यानी उसका पानी सूख जाता है। इससे वह कुरकुरा, सुनहरा और क्रिस्पी बनता है।

आमतौर पर फ्राइड फूड्स में पकौड़े, समोसे, फ्रेंच फ्राइज, कचौरी, पूड़ी, पराठे जैसे आइटम्स शामिल होते हैं। लेकिन आजकल तो कोई भी चीज फ्राई करके सर्व की जाती है। चाहे वह मोमोज हों या नूडल्स।

सवाल- फ्राइड फूड्स सेहत के लिए क्यों नुकसानदायक हैं?

जवाब- जब खाना डीप फ्राई किया जाता है तो वह तेल सोख लेता है। इससे उसमें फैट और कैलोरी दोनों की मात्रा बढ़ जाती है। रेस्टोरेंट्स में इस्तेमाल होने वाला पुराना तेल बार-बार गरम किया जाता है, जिससे ट्रांस फैट बनते हैं। वहीं हाई टेम्परेचर पर फूड को तलने से उसमें एक्रिलामाइड जैसे केमिकल बनते हैं, जो कैंसर से जुड़े हो सकते हैं।

फ्राइड फूड्स शरीर में फ्री रेडिकल्स बनाते हैं, जो सेल्स को डैमेज करते हैं और इम्यूनिटी कमजोर करते हैं। इससे बीमारियों से लड़ने की क्षमता कमजोर होती है। इसके अलावा फ्राइड फूड्स को पचाने के लिए डाइजेस्टिव सिस्टम पर एक्स्ट्रा प्रेशर पड़ता है। नीचे दिए ग्राफिक से फ्राइड फूड्स के नुकसान जानिए-

सवाल- क्या सभी फ्राइड फूड्स नुकसानदायक होते हैं?

जवाब- अगर किसी फूड को अच्छे तेल में कम तापमान पर और सही तरीके से तला जाए तो वे कुछ हद तक सुरक्षित हो सकते हैं। इसके अलावा एयर फ्रायर या ओवन में हल्का फ्राई या बेक फूड्स भी सुरक्षित होते हैं। कुल मिलाकर फ्राइड फूड्स को पकाने का तरीका ही उसे नुकसानदायक या सुरक्षित बनाता है।

सवाल- फ्राइड फूड्स से बचने के लिए कौन से हेल्दी कुकिंग ऑप्शन अपनाए जा सकते हैं?

जवाब- इसके लिए कुछ अन्य विकल्प मौजूद हैं। जैसेकि-

एयर फ्राई करें: एयर फ्रायर में कम तेल या बिना तेल के क्रिस्पी और स्वादिष्ट फूड तैयार होता है।

ओवन में बेक करें: इससे खाने में तेल कम ऑब्जर्ब होता है।

ऑलिव ऑयल का इस्तेमाल करें: इसमें गुड फैट होता है, जो हार्ट की सेहत के लिए बेहतर हैं।

रोस्टिंग, ग्रिलिंग या स्टीमिंग करें: ये तरीके खाने को हेल्दी बनाते हैं और पोषक तत्व भी सुरक्षित रहते हैं।

सवाल- क्या खाने में फैट बिल्कुल नहीं शामिल करना चाहिए?

जवाब- डॉ. अली शेर बताते हैं कि फैट शरीर के लिए जरूरी है। लेकिन फर्क इस बात का है कि आप कौन-सा फैट खा रहे हैं। गुड फैट शरीर को एनर्जी देते हैं, हॉर्मोन बैलेंस रखते हैं और हार्ट हेल्थ सुधारते हैं, जबकि बैड फैट गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ाते हैं। नीचे ग्राफिक में जानिए कौन-से फैट अच्छे हैं और किनसे दूरी बनानी चाहिए-

सवाल- फ्राइड फूड्स खाने की आदत काे कैसे कंट्रोल किया जा सकता है?

जवाब- इसके लिए सबसे पहले अपनी क्रेविंग्स को समझें और उन्हें हेल्दी ऑप्शन से बदलें। जब भी तला-भुना खाने का मन हो, फल, सलाद या भुने हुए नट्स खाएं। घर में हमेशा हेल्दी स्नैक्स रखें ताकि बाहर का तला हुआ खाना खाने से बच सकें। इसके अलावा कुछ और बातों का भी ध्यान रखें। इसे नीचे दिए ग्राफिक से समझिए-

सवाल- फ्राइड फूड्स खाने से मोटापा क्यों बढ़ता है?

जवाब- तलने के दौरान खाना तेल सोख लेता है, जिससे उसकी कैलोरी बहुत बढ़ जाती है। ज्यादा कैलोरी लेने से शरीर में फैट जमा होने लगता है और वजन बढ़ता है। फ्राइड फूड्स में ट्रांस फैट और सैचुरेटेड फैट ज्यादा होता है, जो शरीर में आसानी से जमा हो जाता है और मेटाबॉलिज्म को स्लो कर देता है। फ्राइड फूड्स शरीर में इंफ्लेमेशन बढ़ाते हैं और इंसुलिन रेजिस्टेंस बढ़ा सकते हैं। इससे फैट जलने की प्रक्रिया धीमी हो जाती है। इससे वजन और मोटापा तेजी से बढ़ता है।

सवाल- फ्राइड फूड्स का पाचन तंत्र पर क्या प्रभाव पड़ता है?

जवाब- फ्राइड फूड्स में कैलोरी ज्यादा होती है, जिससे इन्हें पचाने में ज्यादा समय लगता है। इससे गैस, अपच, एसिडिटी और पेट फूलना जैसी समस्याएं हो सकती हैं। लंबे समय तक ज्यादा तला-भुना खाना पाचन तंत्र को कमजोर बना सकता है।

सवाल- क्या कभी-कभार फ्राइड फूड खाना सही है?

जवाब- डॉ. अली शेर बताते हैं कि हां, महीने-दो महीने में एक-दो बार फ्राइड फूड खाना आमतौर पर ठीक है, खासकर अगर आप अपनी पूरी डाइट में संतुलन बनाए रखते हैं।

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