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Horse Gram for Piles Pain: बवासीर की बीमारी में बेपनाह दर्द होता है. ऐसे में कोई दवा भी काम नहीं आती. लेकिन यदि आप घोड़े को खिलाने वाली इस दाल का सेवन करेंगे तो एक सप्ताह के अंदर बवासीर के दर्द से राहत मिल सकता…और पढ़ें
बवासीर के लिए परफेक्ट दाल.
Horse Gram for Piles Pain: कुल्थी की दाल को आमतौर पर हमलोग कम खाते हैं लेकिन यह बेशकीमती है. घोड़ा इसी दाल को खाकर इतना ताकतवर बनता है. इसलिए इसे हॉर्स ग्राम कहा जाता है. कुल्थी की दाल से बवासीर के दर्द को कम किया जा सकता है. कुल्थी की दाल में पोषक तत्वों का खजाना छुपा है. इसमें प्रोटीन, फाइबर, आयरन, कैल्शियम और एंटीऑक्सीडेंट्स भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं. यह दाल शरीर में जमे विषाक्त तत्वों को बाहर निकालने में मदद करती है और डिटॉक्स करने का काम करती है. कुल्थी की दाल मूत्रवर्धक होती है, जिससे किडनी स्टोन और यूरिनरी इंफेक्शन में लाभ मिलता है. इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण भी होते हैं जो बवासीर में सूजन को कम करता है और मल को लूज कर आसानी से बाहर निकालता है. यह वजन घटाने में भी मददगार मानी जाती है.
किस तरह कुल्थी की दाल फायदेमंद
एनसीबीआई यानी अमेरिकन नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफोर्मेशन के मुताबिक कुल्थी की दाल कई औषधीय गुण होता है जिससे किडनी स्टोन, पेशाब संबंधित दिक्कतें, डायबिटीज सहित पाइल्स का इलाज भी किया जा सकता है. अगर नियमित रुप से कुल्थी की दाल का खाया किया जाए तो बवासीर के लक्षण बहुत जल्दी कम होने लगेंगे. कुल्थी की दाल में प्रोटीन और फाइबर भरे होते है. सौ ग्राम कुलथी की दाल में 22 ग्राम प्रोटीन पाया जाता है. इसके अलावा अन्य कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं. यही कारण है इससे कुपोषण को भी दूर किया जा सकता है. कुल्थी की दाल में पर्याप्त मात्रा में फाइबर होता है जो मेटाबोलिज्म को बूस्ट करता है. मेटाबोलिज्म के बूस्ट होने के कारण पेट में डाइजेशन बहुत अच्छा हो जाता है. बवासीर तब होता है जब वर्षों तक पेट के डाइजेशन में दिक्कत होती है. इसका सबसे बड़ा कारण कॉन्स्टिपेशन है. इससे स्टूल हार्ड हो जाता है और शौच करने के दौरान बहुत अधिक दर्द होता है. कुल्थी की दाल में डाइट्री फाइबर आंत में स्टूल कंटेंट को हल्का कर देता है जिसके कारण पाइल्स के मरीजों को स्टूल पास करने में आसानी होती है. इस स्थिति में स्टूल पास करने के समय दर्द नहीं होता है.
कुल्थी की दाल का कैसे करें इस्तेमाल
चूंकि यह साबित हो गया है कि कुल्थी की दाल से पाइल्स का इलाज आसानी से किया जा सकता है. इसलिए यह समझना जरूरी है कि कुल्थी की दाल का इस्तेमाल कैसे किया जाए. इसका इस्तेमाल करने के लिए सबसे पहले रात में कुल्थी की दाल को पानी में भींगने के लिए छोड़ दें. फिर सुबह इसका पानी पी लें. और जो दाल बचे उसका दाल बनाकर खा लें. इससे दोहरा फायदा होगा. कुछ ही समय बाद आपको राहत महसूस होने लगेगी.
Excelled with colors in media industry, enriched more than 16 years of professional experience. Lakshmi Narayan contributed to all genres viz print, television and digital media. he professed his contribution i…और पढ़ें
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