[ad_1]
Last Updated:
Best Ways to Ghee Eating: सदियों से घी को पौष्टिकता का पर्याय माना जाता है. घी खाने से ताकत मिलती है और कहा जाता है कि इससे बीमारियों से भी बचाव होता है लेकिन थोड़ा भी गलत तरीके से घी खाया तो इससे फायदे की जगह …और पढ़ें

घी को किस तरह खाएं.
Best Ways to Ghee Eating: हमारे यहां सदियों से घी को ताकत और मजबूत हेल्थ का प्रतीक माना जाता रहा है. लेकिन अगर घी को सही तरीके से खाया जाए तो ही इसका फायदा मिलता है. विज्ञान भी यह बात तय कर चुकी है कि घी पोषण से भरपूर होता है. हेल्थलाइन के अनुसार एक चम्मच घी में लगभग 14 ग्राम वसा होती है लेकिन यह वसा बेहद शक्तिशाली होती है. इससे नुकसान नहीं होता है. इसमें सैचुरेटेड, मोनोसैचुरेटेड और पोलिसैचुरेटेड फैट होता है. इसके साथ इसमें प्रोटीन, विटामिन A, E और K भी होते हैं. लेकिन घी को गलत तरीके से इस्तेमाल किया जाए तो यह नुकसान भी पहुंचा सकता है.
क्लीनिकल डायटीशियन डॉ. प्रियंका रोहतगी बताती हैं कि घी में मीडियम चेन फैटी एसिड होते हैं. यह पाचन के लिए बहुत अच्छा है. यह आसानी से पच जाता है. लेकिन अगर आपने घी को ज्यादा गर्म कर दिया तो फायदे की जगह नुकसान हो जाएगा क्योंकि इसमें फैटी चेन की संचरना टूट जाएगी. इसका ऑक्सीडेशन होने से जब इसे खाएंगे तो इससे फ्री रेडिकल्स बनने लगेंगे जो ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को बढ़ा देगा जो कई बीमारियों का कारण बन सकता है. घी को 60-70 डिग्री से ऊपर नहीं गर्म करना चाहिए. इसलिए पहले के जमाने में कच्चा घी को गर्म रोटी पर रखकर खाया जाता है. आज भी इसी तरीके से खाना चाहिए. .
घी के पोषक तत्व और फायदे
घी में मौजूद मीडियम चेन फैटी एसिड आसानी से डाइजेस्ट हो जाता है. इसलिए यह शरीर को ऊर्जा देने में मदद करता है. यह हार्ट के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है क्योंकि हार्ट को हेल्दी फैट की जरूरत होती है. यह बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है. इसलिए जब भी घी का सेवन करें तो इसे हल्की आंच पर पिघलाएं या सीधे गर्म भोजन में डालें ताकि यह धीरे-धीरे पिघल जाए और उसका पोषण बरकरार रहे.
डॉ. प्रियंका रोहतगी कहती है कि एक दिन में एक दिन में दो चम्मच से ज्यादा घी नहीं खाना चाहिए. चाहे घी कितना भी पौष्टिक क्यों न हो, अगर ज्यादा खाएंगे तो इससे फैट बढ़ेगा. अगर आप ज्यादा घी खाते हैं और वह एनर्जी में नहीं बदलता. यह शरीर में चर्बी के रूप में जमा हो सकता है. इसलिए घी का सेवन सीमित मात्रा में करें.
Excelled with colors in media industry, enriched more than 16 years of professional experience. Lakshmi Narayan contributed to all genres viz print, television and digital media. he professed his contribution i…और पढ़ें
Excelled with colors in media industry, enriched more than 16 years of professional experience. Lakshmi Narayan contributed to all genres viz print, television and digital media. he professed his contribution i… और पढ़ें
[ad_2]
Source link