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केला ऊर्जा से भरपूर है, लेकिन इसे दूध, कॉफी, हाई प्रोटीन फूड, ब्रेड या ड्राय फ्रूट्स के साथ खाने से पेट में गैस और ब्लोटिंग हो सकती है. बेहतर है इसे खाली पेट न खाएं.
केला एक ऐसा फल है जो ऊर्जा से भरपूर होता है और ज़्यादातर लोग इसे हेल्दी मानकर सुबह के नाश्ते में शामिल करते हैं. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि नाश्ते में केला खाना सभी के लिए फायदेमंद होता है या नहीं? हाल ही में आई एक रिपोर्ट के मुताबिक, कुछ खास फूड कॉम्बिनेशन ऐसे होते हैं जो अगर गलत तरीके से खाए जाएं, तो पेट फूलने (bloating) की समस्या पैदा कर सकते हैं.

केला और दूध- TOI की रिपोर्ट के अनुसार, बहुत से लोग सुबह उठकर या जिम के बाद केला और दूध का शेक पीना पसंद करते हैं. लेकिन आयुर्वेद के अनुसार, केला और दूध का कॉम्बिनेशन भारी और म्यूकस बनाने वाला होता है. इससे पाचन क्रिया धीमी हो जाती है और पेट में गैस या ब्लोटिंग की समस्या हो सकती है. खासकर जिन लोगों को लैक्टोज इनटॉलरेंस है, उनके लिए यह और भी नुकसानदेह हो सकता है.

केला और कॉफी- सुबह की शुरुआत कॉफी से करना कई लोगों की आदत होती है और यदि इसमें केला जोड़ दिया जाए, तो यह कॉम्बिनेशन ज्यादा देर तक पेट में भारीपन बनाए रख सकता है. कैफीन और केले का मिलाजुला असर पाचन को धीमा कर सकता है और ब्लोटिंग बढ़ा सकता है.

केला और हाई प्रोटीन फूड- केले को अगर आप हाई प्रोटीन फूड जैसे अंडे या दही के साथ खाते हैं, तो वह भी कुछ लोगों के लिए पचाना मुश्किल हो सकता है. यह कॉम्बिनेशन पेट में गैस और फुलावट की वजह बन सकता है, खासकर तब जब आपकी डाइजेशन पहले से ही कमजोर हो.

केला और ब्रेड/टोस्ट- ब्रेड या टोस्ट के साथ केला खाना आम है, लेकिन यह भी पेट को भारी बना सकता है. क्योंकि केले में नैचुरल शुगर होती है और ब्रेड में स्टार्च, दोनों मिलकर पेट में फर्मेंटेशन (खमीरी क्रिया) को बढ़ावा दे सकते हैं, जिससे गैस बनती है और ब्लोटिंग महसूस होती है.

केला और ड्राय फ्रूट्स- अगर आप केला और ड्राय फ्रूट्स को एक साथ खाते हैं, खासकर किशमिश या खजूर जैसे मीठे ड्राय फ्रूट्स, तो यह ब्लड शुगर को तेजी से बढ़ा सकते हैं और साथ ही पेट में एसिडिटी और भारीपन का कारण भी बन सकते हैं.

क्या करें?- अगर आप केला खाना पसंद करते हैं तो बेहतर होगा कि आप इसे खाली पेट न खाएं. इसे अकेले या हल्के नाश्ते के बाद ही खाएं, जैसे – ओट्स या पोहा खाने के बाद. इससे पाचन भी बेहतर रहेगा और ब्लोटिंग जैसी समस्या से भी बचाव होगा.