यूट्यूब कमाई CPM (Cost Per Mille) और RPM (Revenue Per Mille) पर निर्भर करती है. CPM बताता है कि एडवरटाइजर्स 1000 व्यूज के लिए कितने पैसे दे रहे हैं, जबकि RPM बताता है कि 1000 व्यूज से क्रिएटर को कितनी कमाई होगी.

भारत में आमतौर पर 1000 व्यूज पर 15 से 80 रुपये तक मिलते हैं, जबकि अमेरिका, कनाडा, यूके जैसे देशों में यह $1 से $5 (80-400 रुपये) तक हो सकता है.

हर वीडियो पर विज्ञापन नहीं आता और हर व्यू पर पैसे नहीं मिलते. सिर्फ उन्हीं व्यूज से कमाई होती है, जिनमें दर्शक विज्ञापन देखते हैं. लंबे वीडियो की तुलना में शॉर्ट्स से कम कमाई होती है. यूट्यूब शॉर्ट्स पर 1 लाख व्यूज पर करीब $1 से $3 (80-250 रुपये) मिलते हैं.

टेक, फाइनेंस, बिजनेस, हेल्थ, रियल एस्टेट जैसे विषयों पर CPM ज्यादा होता है, जिससे 1000 व्यूज पर 100-500 रुपये तक मिल सकते हैं. वहीं, एंटरटेनमेंट और व्लॉग्स में कम CPM रहता है.

जिन देशों में एडवरटाइजर्स ज्यादा पैसे खर्च करते हैं, वहां CPM ज्यादा होता है. अमेरिका, कनाडा, यूके, ऑस्ट्रेलिया में CPM भारत से 5-10 गुना तक ज्यादा हो सकता है.

अंग्रेजी वीडियो की ऑडियंस ग्लोबल होती है, जिससे ज्यादा CPM मिलता है. हिंदी और अन्य भारतीय भाषाओं में CPM थोड़ा कम रहता है. 8 मिनट से ज्यादा लंबे वीडियो में कई विज्ञापन लग सकते हैं, जिससे ज्यादा कमाई होती है. छोटे वीडियो में केवल एक ही विज्ञापन आता है.

यूट्यूब से पैसे कमाने के लिए कम से कम 1000 सब्सक्राइबर और 4000 घंटे वॉच टाइम या 10 मिलियन शॉर्ट्स व्यूज पूरे करने जरूरी होते हैं. यूट्यूब एड्स के अलावा स्पॉन्सरशिप, एफिलिएट मार्केटिंग, सुपर चैट, चैनल मेंबरशिप जैसी सुविधाओं से भी ज्यादा कमाई की जा सकती है.
Published at : 12 May 2025 03:25 PM (IST)
Tags :