डोनाल्ड ट्रंप का आर्थिक रिकॉर्ड
डोनाल्ड ट्रंप ने 2017 से 2021 तक अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया। उनके कार्यकाल के दौरान, अमेरिकी अर्थव्यवस्था को लेकर मिली-जुली प्रतिक्रियाएं सामने आईं। ट्रंप ने अपने प्रशासन के आर्थिक सुधारों और नीतियों को “अमेरिका फर्स्ट” के तहत लागू किया, जिसमें कर कटौती और व्यापार नीतियों पर विशेष ध्यान दिया गया। हालांकि, आलोचकों का कहना है कि उनकी नीतियों से आर्थिक असमानता बढ़ी।
आर्थिक सफलता के दावे
1. आर्थिक विकास और रोजगार
- ट्रंप प्रशासन ने कार्यकाल के शुरुआती वर्षों में मजबूत आर्थिक विकास दर दर्ज की।
- जॉब ग्रोथ:
- 2017 से 2019 तक, अमेरिका में बेरोजगारी दर 50 वर्षों के निचले स्तर 3.5% पर पहुंच गई।
- लगभग 60 लाख नई नौकरियां सृजित की गईं।
- जीडीपी वृद्धि:
- ट्रंप के कार्यकाल के पहले तीन वर्षों में अमेरिका की जीडीपी औसतन 2.5% प्रति वर्ष बढ़ी।
2. टैक्स कटौती और कॉर्पोरेट सुधार
- ट्रंप प्रशासन ने 2017 में टैक्स कट्स एंड जॉब्स एक्ट लागू किया, जो कॉर्पोरेट टैक्स को 35% से घटाकर 21% कर दिया।
- इसके परिणामस्वरूप कई कंपनियों ने अपने मुनाफे का पुनर्निवेश किया और नई नौकरियां सृजित हुईं।
3. व्यापार नीतियां और “अमेरिका फर्स्ट”
- ट्रंप ने चीन के खिलाफ कड़े व्यापारिक रुख अपनाया और टैरिफ लगाकर अमेरिकी उद्योगों की रक्षा की।
- NAFTA को बदलकर USMCA (United States-Mexico-Canada Agreement) लाने का श्रेय भी ट्रंप को दिया जाता है।
4. स्टॉक मार्केट का उछाल
- ट्रंप के कार्यकाल के दौरान S&P 500 और NASDAQ ने रिकॉर्ड स्तर पर प्रदर्शन किया।
- निवेशकों के लिए यह अवधि काफी लाभकारी रही।
आलोचनाएं: बढ़ती असमानता और चुनौतियां
1. आर्थिक असमानता में वृद्धि
- ट्रंप की टैक्स कट पॉलिसी पर आरोप है कि इसका फायदा केवल अमीरों और कॉर्पोरेट्स को हुआ।
- आर्थिक असमानता बढ़ी, और मध्यवर्गीय परिवारों को अपेक्षित लाभ नहीं मिला।
2. राष्ट्रीय कर्ज में वृद्धि
- ट्रंप प्रशासन के दौरान अमेरिका का राष्ट्रीय कर्ज $20 ट्रिलियन से बढ़कर $27 ट्रिलियन हो गया।
- टैक्स कटौती और बढ़े हुए सरकारी खर्च ने बजट घाटे को रिकॉर्ड स्तर तक पहुंचा दिया।
3. चीन के साथ व्यापार युद्ध का असर
- ट्रंप के चीन के खिलाफ व्यापार युद्ध से अमेरिकी किसानों और विनिर्माण क्षेत्र को भारी नुकसान हुआ।
- कुछ उद्योगों में लागत बढ़ी, जिससे अमेरिकी उपभोक्ताओं को अधिक कीमतें चुकानी पड़ीं।
4. कोविड-19 महामारी का प्रबंधन
- कोविड-19 महामारी के दौरान, अमेरिकी अर्थव्यवस्था लॉकडाउन और बेरोजगारी के कारण भारी मंदी का सामना कर रही थी।
- 2020 में बेरोजगारी दर 14.7% तक पहुंच गई, जो 1930 के दशक की महामंदी के बाद सबसे अधिक थी।
क्या ट्रंप की आर्थिक नीतियां सफल रहीं?
सफलताओं का पक्ष:
- ट्रंप प्रशासन की नीतियां शॉर्ट टर्म में निवेश और जॉब ग्रोथ को प्रोत्साहित करने में सफल रहीं।
- उन्होंने अमेरिकी उद्योगों को बढ़ावा देने और चीन जैसे देशों के खिलाफ कड़ा रुख अपनाकर घरेलू उत्पादन को प्रोत्साहित किया।
आलोचकों का पक्ष:
- उनकी नीतियों से अमीर-गरीब के बीच की खाई और बढ़ गई।
- लंबी अवधि में राष्ट्रीय कर्ज और बढ़ती असमानता जैसे मुद्दे बड़ी चुनौती बने।
आर्थिक असमानता के सामाजिक प्रभाव
- आर्थिक असमानता ने अमेरिका में सामाजिक और राजनीतिक ध्रुवीकरण को बढ़ावा दिया।
- कई अमेरिकियों ने महसूस किया कि ट्रंप की नीतियां केवल बड़े व्यवसायों और धनाढ्य वर्ग के लिए फायदेमंद थीं।
निष्कर्ष: आर्थिक सफलता या बढ़ती असमानता?
डोनाल्ड ट्रंप का कार्यकाल आर्थिक सफलता और असमानता के बीच एक मिश्रित कहानी है।
- जहां एक तरफ उनके समर्थक टैक्स कटौती, रोजगार सृजन, और व्यापार सुधारों को उनकी प्रमुख उपलब्धि मानते हैं।
- वहीं, आलोचक राष्ट्रीय कर्ज, आर्थिक असमानता और महामारी प्रबंधन को उनकी विफलता के रूप में देखते हैं।
आखिरकार, ट्रंप का आर्थिक रिकॉर्ड इस बात पर निर्भर करता है कि इसे अल्पकालिक लाभ के नजरिए से देखा जाए या लंबी अवधि के प्रभाव के संदर्भ में।