Side effects of oats: नाश्ता में काफी लोग ओट्स खाना पसंद करते हैं. दूध के साथ ओट्स का सेवन करना काफी हेल्दी ब्रेकफास्ट माना जाता है. इसमें फाइबर भरपूर होता है. हार्ट के लिए ओट्स को हेल्दी माना जाता है. ओट्स का सेवन ऐसे तो बहुत हेल्दी होता है, लेकिन कुछ लोगों को इसे थोड़ा सीमित मात्रा में ही खाना चाहिए, क्योंकि कुछ शारीरिक समस्याओं में ओट्स खाना अनहेल्दी साबित हो सकता है. ओट्स किन लोगों के लिए नुकसानदायक है, चलिए जानते हैं यहां.
ओट्स खाने के नुकसान (Oats ke nuksan)
– टीओआई में छपी एक खबर के अनुसार, ओट्स में ग्लूटेन नहीं होता है. हालांकि, इन्हें बनाने के लिए प्रॉसेस किया जाता है. कई अन्य अनाज भी प्रॉसेस होते हैं, जिससे क्रॉस-कंटैमिनेशन होने का रिस्क बना रहता है. जिन लोगों को सीलिएक डिजीज है, उनमें इम्यून रिएक्शन हो सकता है. इन्हें बहुत कम मात्रा में भी ग्लूटेन नुकसान पहुंचा सकती है. पोषक तत्वों का अवशोषण सही से नहीं हो पाता है. ऐसे में पेट में दर्द के साथ कई अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं. ऐसे में इससे पोषक तत्वों का अवशोषण नहीं हो पाता, पेट में दर्द हो सकता है. लंबे समय तक स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं. सीलिएक बीमारी से ग्रस्त लोगों को ग्लूटेन-फ्री ओट्स ही खा सकते हैं.
– जिन लोगों को एलर्जी की समस्या है, वे भी ओट्स खाने से परहेज करें. वैसे तो ये रेयर है कि किसी को ओट्स खाने से एलर्जी हो, लेकिन जिन्हें होती है, उनके लिए गंभीर हो सकता है. ये एलर्जी इम्यून सिस्टम के ओट्स में मौजूद प्रोटीन एवेनिन पर प्रतिक्रिया करती है. एलर्जी होने पर शरीर पर लाल चकत्ते, सांस लेने में समस्या, पेट में तकलीफ आदि हो सकती है.
-ओट्स में सॉल्युबल फाइबर होते हैं, जो ब्लड शुगर लेवल, कोलेस्ट्रॉल लेवल को कंट्रोल करते हैं. हालांकि, जिन लोगों को इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम है, उन्हें भी ओट्स खाने से परहेज करना चाहिए, क्योंकि ये फाइबर से बढ़ सकते हैं. कुछ लोगों को इससे ब्लोटिंग, गैस, पेट में असहज महसूस करने की समस्या हो सकती है. यदि आपका पाचन तंत्र सेंसेटिव है तो आप बहुत ज्यादा ओट्स को नहीं पचा सकते हैं.
– यदि आपको डायबिटीज है तो भी आप ओट्स का सेवन कम ही करें. यदि आप इसे अधिक मात्रा में खाते हैं तो डायबिटीज की समस्या होने पर ब्लड शुगर लेवल तेजी से बढ़ सकता है. सीमित मात्रा में कभी-कभी खाना ठीक है.
– ओट्स में फाइटिक एसिड होता है, जो एक एंटी-न्यूट्रिएंट है. यह कैल्शियम, आयरन और जिंक जैसे आवश्यक खनिजों से बंध सकता है, जिससे शरीर में इनकी अवशोषण क्षमता कम हो जाती है. यह स्वस्थ लोगों के लिए हानिकारक नहीं है, लेकिन जिन लोगों में मिनरल्स की कमी है या जो लोग ओट्स का सेवन अधिक करते हैं, उन्हें ओट्स कम मात्रा में खानी चाहिए.
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