भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने राम मोहन राव अमारा को अपने नए प्रबंध निदेशक (MD) के रूप में नियुक्त किया है। उनका कार्यकाल तीन साल का होगा, जिसमें वे बैंक के विभिन्न प्रमुख संचालन और रणनीतिक फैसलों की जिम्मेदारी संभालेंगे।
राम मोहन राव अमारा का परिचय
राम मोहन राव अमारा भारतीय बैंकिंग क्षेत्र के एक अनुभवी विशेषज्ञ हैं।
- बैंकिंग अनुभव: उन्हें बैंकिंग और वित्तीय क्षेत्र में 30 से अधिक वर्षों का अनुभव है।
- वर्तमान पद: नियुक्ति से पहले वे SBI के मुख्य महाप्रबंधक (CGM) के पद पर कार्यरत थे।
- विशेषज्ञता: रिटेल बैंकिंग, कॉर्पोरेट बैंकिंग, और रणनीतिक वित्तीय योजनाओं में उनकी विशेष दक्षता है।
एसबीआई में उनकी जिम्मेदारी
राम मोहन राव अमारा के प्रबंध निदेशक के रूप में कार्यभार संभालते ही उनकी प्राथमिक जिम्मेदारियां होंगी:
- डिजिटल बैंकिंग को मजबूत करना:
- SBI के डिजिटल प्लेटफॉर्म जैसे योनो (YONO) को और सशक्त करना।
- कॉर्पोरेट बैंकिंग का विस्तार:
- व्यापारियों और उद्यमों के लिए कस्टमाइज़्ड वित्तीय समाधान पेश करना।
- ग्रामीण और रिटेल बैंकिंग पर फोकस:
- ग्रामीण क्षेत्रों में बैंकिंग सेवाओं को बेहतर बनाना और वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देना।
- एनपीए (NPA) प्रबंधन:
- बैंक के नॉन-परफॉर्मिंग एसेट्स को कम करने और बैलेंसशीट को मजबूत बनाने पर जोर देना।
एसबीआई का बयान
एसबीआई के अध्यक्ष (Chairman) ने राम मोहन राव अमारा की नियुक्ति पर कहा:
“राम मोहन राव अमारा एक अनुभवी और योग्य बैंकिंग लीडर हैं। हमें विश्वास है कि उनके नेतृत्व में बैंक नई ऊंचाइयों को छुएगा और ग्राहकों के लिए बेहतर सेवाएं प्रदान करेगा।”
भारतीय स्टेट बैंक (SBI) का वर्तमान परिदृश्य
- SBI भारत का सबसे बड़ा सार्वजनिक क्षेत्र का बैंक है।
- बैंक की डिजिटल बैंकिंग सेवाएं तेजी से बढ़ रही हैं।
- वित्त वर्ष 2024 में SBI ने मजबूत तिमाही प्रदर्शन के साथ कई क्षेत्रों में विस्तार किया।

निष्कर्ष
राम मोहन राव अमारा की नियुक्ति से भारतीय स्टेट बैंक को एक अनुभवी नेतृत्व मिला है। उनके व्यापक अनुभव और कुशल रणनीतियों के जरिए बैंक को आने वाले वर्षों में डिजिटल और समावेशी बैंकिंग के क्षेत्र में बड़ी प्रगति की उम्मीद है।