हिमाचल प्रदेश अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए मशहूर है, लेकिन यहाँ के ऐतिहासिक और खूबसूरत चर्च भी क्रिसमस के दौरान आध्यात्मिकता और भव्यता का एक अनोखा अनुभव कराते हैं। बर्फ से ढके पहाड़ों के बीच स्थित ये चर्च क्रिसमस सेलिब्रेशन के लिए खासतौर पर सजाए जाते हैं और यहाँ का माहौल किसी विंटर वंडरलैंड से कम नहीं लगता। आइए जानते हैं हिमाचल प्रदेश के प्रमुख चर्चों में क्रिसमस सेलिब्रेशन के बारे में।
1. सेंट मैरी चर्च, शिमला
- स्थान: मॉल रोड के पास, शिमला
- विशेषताएँ:
- यह चर्च शिमला का सबसे पुराना चर्च है और अपनी गोथिक शैली की वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है।
- क्रिसमस के दौरान चर्च को लाइट्स और फूलों से खूबसूरती से सजाया जाता है।
- क्या करें:
- क्रिसमस की रात मिडनाइट मस्स (प्रार्थना सभा) में शामिल होकर शांति का अनुभव करें।
- चर्च के बाहर गर्म चाय और स्थानीय व्यंजनों का आनंद लें।
2. क्राइस्ट चर्च, शिमला
- स्थान: रिज रोड, शिमला
- विशेषताएँ:
- यह चर्च शिमला की सबसे प्रसिद्ध और प्रतिष्ठित इमारत है, जिसे 1857 में बनाया गया था।
- क्रिसमस के समय यहाँ विशेष प्रार्थना और कैरल गाए जाते हैं।
- क्या करें:
- चर्च की प्राचीन साज-सज्जा और क्रिसमस के लिए तैयार की गई नेटीविटी सीन (ईसा मसीह के जन्म का चित्रण) को देखें।
- चर्च के पास स्थित बाजार से क्रिसमस की खरीदारी करें।
3. सेंट जॉन चर्च, धर्मशाला (मैक्लोडगंज)
- स्थान: फोर्स्ट गंज, धर्मशाला
- विशेषताएँ:
- यह चर्च देवदार के घने जंगलों के बीच स्थित है और अपनी गोथिक शैली की खिड़कियों और शांत वातावरण के लिए जाना जाता है।
- क्रिसमस के मौके पर यहाँ का नज़ारा आध्यात्मिक शांति और प्राकृतिक सौंदर्य का संगम है।
- क्या करें:
- चर्च में क्रिसमस ईव पर आयोजित कैन्डललाइट प्रेयर का हिस्सा बनें।
- चर्च के आसपास की सुंदर वादियों में ट्रेकिंग का आनंद लें।
4. सेंट एंड्रयूज़ चर्च, डालहौजी
- स्थान: डालहौजी, गांधी चौक के पास
- विशेषताएँ:
- यह चर्च 1903 में बनाया गया था और इसका वास्तुशिल्प डिज़ाइन ब्रिटिश औपनिवेशिक काल की याद दिलाता है।
- क्रिसमस पर यह चर्च सजकर रंगीन रोशनी और फूलों से निखर उठता है।
- क्या करें:
- चर्च के भीतर सांस्कृतिक कार्यक्रम और क्रिसमस कैरल में भाग लें।
- पास के बाजारों में घूमकर क्रिसमस की मिठाइयाँ और सजावटी सामान खरीदें।
5. सेंट फ्रांसिस चर्च, कसौली
- स्थान: कसौली हिल स्टेशन
- विशेषताएँ:
- सेंट फ्रांसिस चर्च अपनी शांत और प्राकृतिक सुंदरता के कारण पर्यटकों के बीच बेहद लोकप्रिय है।
- क्रिसमस के मौके पर यहाँ भजन, प्रार्थना, और विशेष चर्च सेवाएँ आयोजित होती हैं।
- क्या करें:
- चर्च के भव्य नेटीविटी सीन (Jesus Christ का जन्म दृश्य) का आनंद लें।
- कसौली की ठंडी और शांत फिजाओं में परिवार के साथ सैर करें।
क्रिसमस सेलिब्रेशन की खास बातें:
- मिडनाइट मस्स और कैरल गायन:
- हिमाचल के सभी प्रमुख चर्चों में मिडनाइट मस्स और पारंपरिक क्रिसमस कैरल गाए जाते हैं।
- नेटीविटी सीन (जन्म का दृश्य):
- चर्चों में ईसा मसीह के जन्म का चित्रण करने के लिए सुंदर नेटीविटी सीन तैयार किए जाते हैं।
- सजावट और रोशनी:
- चर्चों को फूलों, रोशनी और क्रिसमस ट्री से सजाया जाता है, जिससे पूरा माहौल जीवंत हो उठता है।
- सांस्कृतिक कार्यक्रम:
- स्थानीय बच्चों द्वारा कहानी प्रस्तुतियाँ, संगीत और नृत्य कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
यात्रा के लिए सुझाव:
- गर्म कपड़े और स्नो बूट्स जरूर साथ रखें क्योंकि हिमाचल में दिसंबर में सर्दी और बर्फबारी होती है।
- चर्च के आयोजनों में भाग लेने के लिए समय से पहले पहुँचें।
- हिमाचल के स्थानीय बाज़ारों से हस्तशिल्प, वूलन कपड़े और क्रिसमस गिफ्ट्स जरूर खरीदें।
निष्कर्ष:
हिमाचल प्रदेश के चर्चों में क्रिसमस का जश्न एक आध्यात्मिक और मनमोहक अनुभव प्रदान करता है। सेंट मैरी से लेकर सेंट जॉन तक, हर चर्च की सजावट, संगीत और प्रार्थनाओं के बीच आपको सुकून और उत्सव का अद्भुत एहसास होगा। अगर आप इस बार क्रिसमस को खास और यादगार बनाना चाहते हैं, तो हिमाचल के इन चर्चों का दौरा जरूर करें।