तमिलनाडु में हाल ही में हुई छिटपुट बारिश (Isolated Rain) के कारण चेन्नई के प्रमुख बांधों और जलाशयों में जलस्तर बढ़कर 75% क्षमता तक पहुंच गया है। यह स्थिति आगामी मानसून और पानी की मांग को लेकर एक राहतभरी खबर है, हालांकि मौसम विभाग ने और बारिश की संभावना जताई है।
मुख्य जलाशयों की स्थिति
चेन्नई शहर के जलापूर्ति में अहम भूमिका निभाने वाले चार प्रमुख बांधों का जलस्तर इस प्रकार है:
- पूंडी बांध
- क्षमता: 3,231 मिलियन क्यूबिक फीट (mcft)
- वर्तमान जलस्तर: 2,423 mcft (75%)
- चेम्बरमबक्कम बांध
- क्षमता: 3,645 mcft
- वर्तमान जलस्तर: 2,734 mcft (75%)
- रेड हिल्स (पुजल) जलाशय
- क्षमता: 3,300 mcft
- वर्तमान जलस्तर: 2,475 mcft (75%)
- शोलावरम जलाशय
- क्षमता: 1,081 mcft
- वर्तमान जलस्तर: 810 mcft (75%)
इन जलाशयों का जलस्तर बढ़ने से चेन्नई में जल संकट की समस्या से कुछ हद तक राहत मिलेगी।
बारिश के कारण
तमिलनाडु में पिछले कुछ दिनों से मौसमी दबाव और नमी वाली हवाओं के चलते हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की जा रही है।
- बारिश का मुख्य प्रभाव उत्तरी तमिलनाडु और चेन्नई के आसपास के क्षेत्रों में देखा गया।
- मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, अगले 2-3 दिनों में और बारिश होने की संभावना है।
प्रशासन की तैयारी
- जलाशयों की निगरानी:
- राज्य सरकार और जिला प्रशासन बांधों की स्थिति पर करीबी नजर रखे हुए हैं।
- बांधों से पानी छोड़ने के लिए आपातकालीन योजनाएं तैयार की जा रही हैं।
- निचले इलाकों में अलर्ट:
- बांधों के निकटवर्ती निचले इलाकों में चेतावनी जारी कर दी गई है।
- लोगों से सावधानी बरतने और प्रशासन के निर्देशों का पालन करने की अपील की गई है।
- भविष्य की जल आपूर्ति:
- चेन्नई मेट्रो वाटर बोर्ड ने बढ़ते जलस्तर को आगामी गर्मियों में पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करने का एक सकारात्मक संकेत बताया है।
जनता और किसानों के लिए राहत
- बढ़ते जलस्तर से चेन्नई और आसपास के इलाकों में जल संकट से राहत मिलेगी।
- किसानों के लिए भी यह बारिश फायदेमंद साबित हो रही है क्योंकि जलाशयों से सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध रहेगा।
- शहरवासियों को भविष्य में पानी की कटौती से राहत की उम्मीद है।
मौसम विभाग का पूर्वानुमान
- भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, तमिलनाडु के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश अगले 3-4 दिनों तक जारी रह सकती है।
- विशेष रूप से चेन्नई, कांचीपुरम, तिरुवल्लूर और वेल्लोर जिलों में बारिश का प्रभाव अधिक रहेगा।
निष्कर्ष
चेन्नई के जलाशयों का जलस्तर 75% तक पहुंचना राज्य के लिए सकारात्मक संकेत है, जिससे गर्मियों के दौरान पानी की मांग को पूरा करने में मदद मिलेगी। हालांकि, प्रशासन को जलाशयों से पानी छोड़ने के दौरान सुरक्षा उपायों का ध्यान रखना होगा ताकि किसी प्रकार की बाढ़ या जलभराव की स्थिति न बने।