9 घंटे पहलेलेखक: गौरव तिवारी
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गुड हैबिट्स यानी अच्छी आदतें। इस कॉलम में हर हफ्ते हम किसी ऐसी आदत के बारे में बात करते हैं जो दिखने में मामूली लगती है, लेकिन इसका असर जिंदगी बदल सकता है।
सुबह उठकर पानी पीने की आदत
जब हम सुबह 6-8 घंटे की नींद के बाद उठते हैं तो हमारा शरीर रात भर के लंबे उपवास से गुजरकर आया होता है। इस दौरान हमने न कुछ खाया होता है और न ही पानी पिया होता है। इससे शरीर की सभी सेल्स और ऑर्गन्स के काम करने की रफ्तार धीमी हो जाती है। ऐसे में सुबह उठकर पानी पीने से न सिर्फ प्यास बुझती है, बल्कि हमारा पूरा शरीर फिर से एक्टिव हो जाता है।

जिस तरह मोबाइल या लैपटॉप को रीस्टार्ट करने से वो बेहतर काम करने लगता है, ठीक वैसा ही असर सुबह उठकर पानी पीने से शरीर में होता है। यह बॉडी को रीस्टार्ट का मैसेज देता है।
सुबह उठकर पानी पीना क्यों जरूरी है?
पूरी रात की नींद के बाद पानी पीने से शरीर एक्टिव मोड में आ जाता है। यह मेटाबॉलिज्म को तेज करता है, पाचन सुधारता है, टॉक्सिन्स बाहर निकालता है और दिमाग तक ज्यादा ऑक्सीजन पहुंचाने में मदद करता है। इससे आप दिनभर ज्यादा फोकस्ड और एनर्जेटिक रहते हैं।

सुबह पानी पीने के फायदे
डॉ. अनु अग्रवाल कहती हैं कि सुबह उठकर पानी पीना एक बेसिक और जरूरी हेल्थ हैबिट है। इससे मेटाबॉलिज्म एक्टिव होता है और ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है। इसके सभी फायदे ग्राफिक में देखिए-

जापान में है मॉर्निंग रिचुअल
जापानी लोग औसतन 84 साल जीवित रहते हैं। यह दुनिया में सबसे ज्यादा लाइफ एक्सपेक्टेंसी वाले देशों में से एक है। उनकी सुबह उठकर पानी पीने और हेल्दी डाइट फॉलो करने की आदत को बेहतर इम्युनिटी और लंबी उम्र से जोड़कर देखा जाता है। जापान में लोग रोज सुबह उठकर रूम टेम्प्रेचर में रखा 4-5 गिलास पानी पीते हैं। यह आदत ‘वॉटर थेरेपी’ के नाम से जानी जाती है, जो शरीर को डिटॉक्स करती है, मेटाबॉलिज्म को तेज करती है और दिनभर के लिए शरीर को तैयार करती है। ये एक छोटी-सी आदत पूरी हेल्थ को रीसेट कर सकती है।
भारत और चीन में भी वॉटर थेरेपी का चलन
भारत में आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति में भी तांबे के बर्तन में रखा पानी सुबह पीने की सलाह दी जाती है। इसे ‘उषापान’ कहा जाता है, जिसका मतलब है, सुबह सूरज उगने से पहले पानी पीना। इसे शरीर की गर्मी संतुलित करने, पाचन सुधारने और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सहायक माना गया है।
चीन की पारंपरिक औषधि में भी सुबह गर्म पानी पीने की परंपरा है। माना जाता है कि गुनगुना पानी शरीर की ऊर्जा को संतुलित करता है और आंतों को एक्टिव करता है। चीनी लोग सुबह उठकर सबसे पहले एक कप गर्म पानी पीते हैं, ताकि शरीर की आंतरिक सफाई बेहतर हो।
सुबह उठकर पी सकते हैं 5 तरह का पानी
हर इंसान का शरीर अलग होता है। किसी को गैस की समस्या है, कोई वजन घटा रहा है। इसलिए सुबह कौन-सा पानी पिएं, यह आपकी हेल्थ और शरीर के नेचर पर भी निर्भर करता है। ग्राफिक में 5 तरह का पानी पीने के फायदे देखिए-

फायदे विस्तार से समझिए-
1. तांबे के बर्तन में रखा पानी पीने के फायदे
- तांबे में रखे पानी में माइक्रो लेवल में कॉपर घुल जाता है, जो शरीर के लिए जरूरी ट्रेस मिनरल है।
- कॉपर एंटी-बैक्टीरियल होता है, यह पेट के बैक्टीरिया को खत्म करता है और पाचन ठीक करता है।
- आयुर्वेद के अनुसार यह लिवर को डिटॉक्स करता है और इम्युनिटी बढ़ाता है।
2. गुनगुना पानी पीने के फायदे
- गुनगुना पानी शरीर के टॉक्सिन्स को घोलकर बाहर निकालता है।
- यह मेटाबॉलिज्म तेज करता है और पाचन में सहायक होता है।
- सुबह ज्वाइंट स्टिफनेस या थकान महसूस हो तो यह बहुत राहत देता है।
3. घड़े का पानी पीने के फायदे
- मिट्टी के घड़े का पानी प्राकृतिक रूप से ठंडा होता है, लेकिन शरीर को नुकसान नहीं करता, क्योंकि ये धीरे-धीरे ठंडा होता है।
- यह पाचन को दुरुस्त करता है, शरीर को ठंडक देता है और एलर्जी व एसिडिटी से बचाता है।
- मिट्टी के पोर्स पानी को शुद्ध करते हैं और हल्के आयन से मिनरल बैलेंस बेहतर होता है।
4. नींबू पानी पीने के फायदे
- नींबू पानी विटामिन C का अच्छा स्रोत है, जिससे इम्यूनिटी बढ़ती है।
- यह लिवर को डिटॉक्स करता है और पाचन एंजाइम्स को एक्टिव करता है।
- हर्बल वाटर जैसे सौंफ, जीरा या धनिया से बना पानी पेट को ठंडक देता है, गैस और सूजन में राहत देता है।
5. सामान्य तापमान का पानी पीने के फायदे
- जो लोग ठंड या एसिडिटी की समस्या से जूझ रहे हैं, उनके लिए सामान्य तापमान का पानी सबसे सेफ ऑप्शन है।
- यह शरीर को धीरे-धीरे हाइड्रेट करता है और बिना किसी शॉक के बॉडी को एक्टिव करता है।
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